तहसील परिसर में सन्नाटा: तहसीलदारों के हड़ताल के चलते कामकाज पड़ा ठप, निराश होकर लौट रहे फरियादी

तहसील परिसर में सन्नाटा
कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के सभी तहसीलदार और नायब तहसीलदार अपनी 17 सूत्रीय मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रहे हैं। इसी बीच बलौदा बाजार जिले में भी इसका व्यापक असर देखने को मिल रहा है।नगर के तहसील कार्यालय में आज शुक्रवार को सन्नाटा पसरा रहा। तहसीलदारों की अनुपस्थिति के कारण राजस्व न्यायालय के कार्य पूरी तरह ठप हो गए हैं।
दरअसल, छत्तीसगढ़ कनिष्ठ प्रशासनिक सेवा संघ के आह्वान पर प्रदेशभर के तहसीलदार हड़ताल पर है। जिसके चलते तहसील कार्यलयों में कामकाज प्रभावित हो रहा है। बलौदा बाजार जिले के फरियादी हड़ताल के चलते बिना काम के निराश होकर लौट रहे हैं। बताया जा रहा है कि, तहसील कार्यालय में इस समय 200 से अधिक राजस्व प्रकरण लंबित हैं, जिन पर कोई सुनवाई नहीं हो पा रही है।
तहसीलदारों के हड़ताल का बलौदा बाजार जिले में भी देखने को मिल रहा है। जिसके कारण कार्यालयों में जरुरी कामकाज ठप पड़ गए हैं. @BalodaBazarDist #Chhattisgarh #tahsildar pic.twitter.com/Ck2icrGJ0Q
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 1, 2025
जरुरी काम हुए बाधित
हड़ताल के कारण जमीन से जुड़े मामलों को लेकर आम किसानों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। दस्तावेज सत्यापन, नामांतरण, बंटवारा, ऋण पुस्तिका जैसी जरूरी सेवाएं बाधित हो गई हैं।

मांगों को लेकर अड़े अफसर
हड़तालरत अधिकारियों का कहना है कि, जब तक प्रशासन उनकी मांगों पर सकारात्मक निर्णय नहीं लेता, तब तक संसाधन नहीं तो काम नहीं के सिद्धांत पर वे अनिश्चितकालीन हड़ताल पर डटे रहेंगे। इस बीच जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है, जिससे आम जनता की परेशानी और भी बढ़ गई है।
