तुंगल डेम पर मॉक ड्रिल संपन्न: लोगों को सिखाए गए बाढ़ से निपटने के तरीके, कलेक्टर ने देखा नगर सेना का अभ्यास

Nagar Sena conducting mock drill at Tungal Dam
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तुंगल डेम पर मॉक ड्रिल करती नगर सेना 

सुकमा जिले के तुंगल डेम में कलेक्टर के नेतृत्व में मॉक ड्रिल संपन्न हुई। इस दौरान बचाव दल के जवानों ने आपदा के समय व्यक्ति को पानी के भीतर खोजने, उसे सुरक्षा पूर्वक लाइव बोट तक लाने का ड्रिल प्रस्तुत किया।

लीलाधर राठी- सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में बाढ़ संकट से निपटने के लिए रविवार को तुंगल डेम पर मॉक ड्रिल संपन्न हुई। कलेक्टर देवेश कुमार ध्रुव के निर्देश पर शनिवार शाम को सुकमा में स्थित तुंगल बांध में बाढ़ आपदा राहत दल के जवानों ने जिले में उपलब्ध समस्त बाढ़ राहत सामग्री का परीक्षण एवं मॉक ड्रिल किया। अपर कलेक्टर गजेन्द्र सिंह ठाकुर, एसडीएम सुभाष शुक्ला ने जिला सेनानी नगर सेना नरसिंह नेताम की उपस्थिति में मॉक ड्रिल का अवलोकन एवं निरीक्षण किया। कलेक्ट्रेट श्री ध्रुव ने बाढ़ आपदा एवं बचाव की टीम को स्वयं का बचाव करते हुए आपातकालीन सेवा में बेहतर प्रबंधन कर जोखिम में फंसे व्यक्तियों की जान बचाने के लिए हौसला अफजाई की।


इस दौरान बचाव दल के जवानों ने आपदा के समय व्यक्ति को पानी के भीतर खोजने, उसे सुरक्षा पूर्वक लाइव बोट तक लाने का ड्रिल प्रस्तुत किया। इसके साथ ही बचाव के दौरान उपयोग होने वाले सभी उपकरणों का डेमो भी किया। जिसमें सही तरीके से लाइफ जैकेट पहनना, डूबते व्यक्ति को तैराक द्वारा बचाए जाना, अंडर वाटर ड्राइविंग कर पानी के भीतर व्यक्तियों को पता लगाना भी ड्रिल किया गया। इसके अलावा जवानों ने परंपरागत तरीके से निर्मित गांव में उपलब्ध सामानों से बचाव के उपकरण तैयार करने एवं बचाने के तरीके भी बताएं जैसे खाली बोतल से तैयार लाइफ जैकेट, थर्माकोल से तैयार लाइफ जैकेट, घरेलू उपयोग में आने वाले डेकची से तैयार लाइफ जैकेट, टीना डब्बे से बनाए गए उपकरण से भी बाढ़ के समय बचा जा सकता है। इस दौरान मोटर बोट, चेन सा, आस्का लाइट, फुल बॉडी हार्नेस, लाइफ ब्वॉय, लाइफ जैकेट, स्ट्रेचर, रस्सी, फर्स्ट एड बॉक्स इत्यादि का प्रदर्शन और उपयोग के तरीके को बताया गया।


सीपीआर और रेस्क्यू ब्रीथ देने के तरीके का दिया गया लाइव डेमो
इसके साथ ही टीमों ने बचाए गए व्यक्ति को प्राथमिक उपचार के तहत सीपीआर और रेस्क्यू ब्रीथ देने के तरीके का लाइव डेमो करके बताया। इसके साथ ही कोई डूब रहा है तो उसे उसके पीछे से किस प्रकार पकड़ के बचाना है, इसका भी प्रदर्शन किया गया। इसके अलावा टीम ने आपदा में काम आने वाले उपकरण लाइफ सेविंग जैकेट, लाइफबॉय के उपयोग के तरीकों के बारे में बताते हुए इसका लाइव प्रदर्शन भी किया।

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