सुशासन तिहार: नक्सल प्रभावित क्षेत्र में शिविर का आयोजन, जनसमस्याओं का हुआ समाधान

गोदभराई एवं अन्नप्राशन रस्म करते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता दीपिका
लीलाधर राठी - सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा में सुशासन तिहार के तीसरे चरण का समाधान शिविर शुक्रवार को नक्सलप्रभावित क्षेत्र के कलस्टर ग्राम पंचायत कोंडरे में आयोजित किया गया। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता दीपिका शोरी सहित, जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे, दिलीप पेद्दी, शोभन गंदामी व सभी पंचायतों के सरपंच एवं जनपद सदस्य एवं अनेक जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्र के नागरिकों की उपस्थिति में कोंडरे, बोड़को,पोरदेम, गुफडी, गोंदपल्ली, गोंडेरास शामिल आदि पंचायतों के ग्रामीणों को उनके आवेदनों के निराकरण की जानकारी दी गई। समाधान शिविर में सभी विभागों के जिला एवं खण्डस्तरीय अधिकारी अपने विभागीय स्टाल के साथ उपस्थित रहकर ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं की जानकारी देते हुए कैसे इन योजनाओं के बारे में बताया जा सकता है।
राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता दीपिका के विचार
समाधान शिविर में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता दीपिका शोरी ने कहा कि, जब इस शिविर का लाभ आप सबको पुर्णतः मिलेगा तभी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने जो सोचा है वह सार्थक होगा। शासन के प्रत्येक विभाग में जनकल्याणकारी योजनाएं चल रही है। जिससे हम विभागों से लाभ ले सकते हैं इसलिए आप सभी इसमें शिविर के माध्यम से अपनी मांगों एवं समस्याओं का पंजीयन अवश्य करवाएं।

सुकमा कलेक्टर के कार्यों की सराहना की
सुकमा के संवेदनशील कलेक्टर देवेश ध्रुव के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि जिले के प्रत्येक कर्मचारी,अधिकारियों का व्यवहार कलेक्टर ध्रुव जैसा होना चाहिए जितनी संवेदनशीलता इस कार्यक्रम को कराने में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रुचि ले रहे हैं उतनी ही संवेदनशील ता से सुकमा कलेक्टर शिविर में प्राप्त आवेदनों पर विचार कर उसका निराकरण कर रहे हैं इस दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता शोरी ने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और कहा कि जो भी शिकायत है बिना डरे और बिना झिझके मुझसे करें कितनी भी बड़ी हस्ती हो अगर मजदूरों का पैसा गबन करेगा तो निश्चित रूप से जांच कमेटी बनेगी और दोषी पाए जाने पर जेल भी जाएगा।

ग्रामीणों की स्थिति को कराया गया अवगत
विभागीय अधिकारियों ने बारी-बारी से मंच पर आकर उनके विभाग से संबंधित प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या, आवेदक का नाम, निराकृत आवेदनों एवं खारिज किए गए आवेदनों की जानकारी विस्तार से दी। इस समाधान शिविर में ग्रामीणों को उनके आवेदन के निराकरण की स्थिति से अवगत कराया गया। ग्रामीणों द्वारा मांग से संबंधित आवेदनों में मुख्य रूप से पीएम आवास, पेयजल की समस्या,महतारी वंदन योजना आदि मांग शामिल है। सुश्री शोरी ने कहा कि, आप सभी अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर इस शिविर का लाभ लें एवं सर्वप्रथम अपनी मूल समस्याओं को एवं मांगों को लेकर आवेदन दें जिसे शीघ्रता से पूर्ण किया जा सके।

भारत सरकार की योजनाओं का लाभ शिविर में बताया गया
शिविर में उपस्थित सभी को संबोधित करते हुए छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की सदस्य अधिवक्ता दीपिका शोरी ने महिला आयोग के कार्यों को भी विस्तृत रूप से बताया साथ ही कहा कि, प्रत्येक शिविर में मैं महिला आयोग के कार्य एवं अधिकार बता रही हूं जिसका मुख्य उद्देश्य यह है हमारी माताएं, बहने समस्त दायित्वों का निर्वहन करते हुए अपने अधिकारों को भी जाने आज यदि मुझे यह दायित्व मिला है तो मैं चाहती हूं मेरे गृहजिले में कोई भी महिला किसी अपराध, शोषण का शिकार न हो उन्हें उचित न्याय मिले अधिक से अधिक महिलाएं इसका लाभ लें हम आयोग के माध्यम से महिलाओं को निःशुल्क एवं त्वरित न्याय दिलाते हैं। शिविर में जिला पंचायत सदस्य गीता कवासी, जनपद अध्यक्ष सन्तोष ईडो, जनपद सदस्य पोज्जे पोडियामी, जनप्रतिनिधि धनीराम बारसे, दिलीप पेद्दी, ने भी उपस्थित ग्रामीणों को संबोधित करते हुए राज्य एवं भारत सरकार की योजनाओं को बताया।

गोदभराई एवं अन्नप्राशन रस्म हुआ सम्पन्न
महिला एवं बालविकास विभाग के द्वारा नवजात शिशु के अन्नप्राशन के साथ साथ गर्भवती माताओं की गोद भराई की रस्म अदायगी की गई। जिसमें समस्त जनप्रतिनिधियों के द्वारा नवजात शिशुओं को खीर खिलाई गई। गर्भवती माताओं को हल्दी, कुमकुम लगाकर उपहार दिया व उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की।
