तेंदूपत्ता तस्करी पर एक्शन: 5 हजार गड्डी के साथ पांच आरोपी गिरफ्तार, 2 बाईक, 2 टैक्टर और एक पिकअप जब्त

जब्त तेंदूपत्ता
जगदलपुर। बस्तर संभाग में काष्ठ और वन्यजीवों का तस्करी करते मिले पर अब तस्कर तेंदूपत्ता की भी तस्करी कर रहे हैं। वन्यजीवों की आंध्रप्रदेश, तेलंगाना एवं ओडिशा राज्य ले जाने तस्करी का मामला सामने आया है। सुकमा जिले के दोरनापाल एवं कोंटा परिक्षेत्र में हाल ही में मुखबिर सूचना पर सीसीएफ के निर्देश पर 5 आरोपियों से 2 बाईक, 2 टैक्टर और एक पिकअप से तेंदूपत्ता के 5000 गडढी अवैध रूप से पकड़ा गया है। पकड़ाए तेंदूपत्ता की कीमत लगभग 35 हजार रूपए बताई जा रही है। वन विभाग ने वन अधिनियम के तहत वाहनों एवं तेंदूपत्ता को जप्त कर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
इस दौरान सीसीएफ आरसी दुग्गा ने सुकमा जिले के तेंदूपत्ता के संग्रहण केन्द्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि वन विभाग ने तेंदुपत्ता की तस्करी को रोकने के लिए नाकों के साथ सीमावर्ती राज्यों में उड़नदस्ता एवं जिला स्तर पर गठित टीम तलाशी कर रही है। तस्करी के ऐसे मामलों को रोकने के लिए प्रत्येक जिला स्तर पर टीमों को व्यापक गश्त करने, चेकप्वाइंट स्थापित करने और अन्य राज्यों से चोरी-छिपे तेंदूपत्ता ले जाने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।

तस्करी रोकने के लिए किया गया टीम का गठन
वन विभाग जगदलपुर वृत्त के मुख्य वन संरक्षक आरसी दुग्गा ने बताया कि तेंदूपत्ता की तस्करी रोकने के लिए टीम गठित की गई है। बस्तर में गर्मियों के मौसम में हरे सोने की पैदावार होती है। तेंदुपत्ता ही आदिवासियों की कमाई का सबसे बेहतरीन जरिया है, जिससे सरकार को भी राजस्व मिलता है।
