स्कूल में भूत! जांच करने पहुंची टीम: क्लासरूम में ठसाठस बिठाई जा रही छात्राएं, इसलिए हो रहीं बेहोश

स्वास्थ्य विभाग की टीम जाँच करते हुए
रायपुर। राजधानी रायपुर से लगते कुरूं गांव के स्कूल में छात्राएं लगातार बेहोश हो रही थीं। अफवाह उड़ गई स्कूल में भूत है। जांच के लिए पहुंची टीम को जो हालात मिले, उसे देखकर वे भी चौंक उठे। अभनपुर के अंतर्गत आने वाले शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कुरू में पिछले एक सप्ताह से प्रतिदिन छात्राएं बेहोश होकर गिर रही थीं। मामले की गंभीरता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग द्वारा जांच टीम बनाई गई थी। टीम सोमवार को विद्यालय परिसर पहुंची। 400 दर्ज संख्या वाले इस स्कूल में कमरे कम हैं, इसलिए बच्चों को ठसाठस बैठाया जाता है। चूंकि बच्चियां लगातार बेहोश होती रही हैं, इसलिए दहशत में आज सिर्फ 60 स्टूडेंट ही मौजूद थे। टीम ने उनसे बात की और स्थिति को समझने का प्रयास किया। ऐसा माना जा रहा है कि ठसाठस बैठने की वजह से उमस और गर्मी बेहोश होने की वजह हो सकती है।
यहां बताया कि, स्कूल में 9वीं कक्षा के 80 बच्चों को एक ही कक्ष में बैठाया जाता है, दूसरे कमरे में भी इतनी ही संख्या है। इसी तरह से 10वीं कक्षा के 103 बच्चों को एक ही कमरे में बैठाकर पढ़ाई कराई जाती है। 11वीं कक्षा के ४० छात्रों की भी बैठक व्यवस्था भी एक ही कक्ष में है। जांच टीम ने अभी अपनी रिपोर्ट का खुलासा नहीं किया पर कहा जा रहा है कि उनकी राय यही है कि कम जगह में अधिक छात्रों को बैठाए जाने के कारण यह स्थिति निर्मित हो रही है। सांस लेने के लिए शुद्ध वायु नहीं मिल पाने के कारण घुटन की स्थिति निर्मित हो जाती है। इस कारण ही विद्यार्थी नियमित रूप से बेहोश होकर गिर रही हैं। जो छात्र जांच के दौरान शाला में उपस्थित थे, उनका स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया। शाला प्रबंधन का कहना है कि विद्यालय में जगह नहीं होने के कारण उन्हें एक ही कक्ष में इतनी अधिक संख्या में छात्रों को बैठाना पड़ता है।
बच्चों को नहीं भेज रहे अभिभावक
स्कूल की दर्ज संख्या 400 है, लेकिन सोमवार को सिर्फ 60 छात्र ही उपस्थित रहे। पूछने पर पता चला कि ग्रामीणों में लगातार हो रहे इस तरह की घटनाओं के बाद दहशत का माहौल है। इसके कारण वे अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेज रहे हैं। छात्राएं भी दहशत में है। ग्रामीण जादू-टोनहे या भूत-प्रेत की आशंका जता रहे हैं। जांच टीम ने उन्हें जागरूक करते हुए इस तरह की किसी भी बात से इनकार किया। उन्होंने कहा केवल लड़कियां ही इसलिए बेहोश हो रही है क्योंकि वे शारीरिक रूप से लड़कों की तुलना में नाजुक होती हैं।
पंखे से आती है आवाज
क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्य संदीप यदु ने बताया कि, स्कूल में अतिरिक्त कक्ष के लिए उनके द्वारा पहले ही मांग शासन को भेजा जा चुका है, लेकिन इस पर अब तक कोई काम नहीं हो सका। कक्षाओं में पंखें हैं, लेकिन वे खराब हो चुके हैं और उन्हें चालु करने पर आवाजें आती हैं। पीछे बैठे छात्रों तक शिक्षक की आवाज नहीं पहुंच पाती है, इस कारण पंखा बंद करके ही पढ़ाई करवाते हैं। छात्राओं ने भी गर्मी और उमस के कारण सिरदर्द, पेटदर्द जैसी बातें कहीं।
