स्कूल में शिक्षकों की कमी: छात्रों ने स्कूल में जड़ा ताला, शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

नारेबाजी करती हुईं छात्राएं
राजीव लोचन साहू - सक्ती। छत्तीसगढ़ के मालखरौदा स्कूल के छात्र-छात्राओं ने शिक्षकों की कमी को लेकर प्रदर्शन किया। इस दौरान बच्चों के साथ अभिभावकों ने भी स्कूल के बाहर जमकर नारेबाजी की। यहां के स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के बच्चे लगातार शिक्षकों की मांग कर रहे हैं। लेकिन हैरानी की बात है कि, अब तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने स्कूल के मुख्य गेट पर ताला जड़कर सभी सड़क पर बैठ गए। व् वहीं प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और बच्चों को समझाने की कोशिश भी की। साथ ही शिक्षकों की कमी की समस्या के निराकरण का भी आश्वासन दिया तब कहीं जाकर मामला शांत हुआ।
बच्चों की पढ़ाई हो रही प्रभावित
वर्ष 2022 से स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम स्कूल खुला है, तब से हिंदी माध्यम स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं की परेशानी बढ़ गई है। बताया जाता है कि, जिस यू डाइस पर हिंदी माध्यम स्कूल चलता था, इस यू डाइस पर वर्तमान में स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम स्कूल चल रहा है।जिसके चलते हिंदी माध्यम स्कूल का सेटअप बिगड़ गया है। वर्तमान में 109 छात्र छात्राएं हिंदी माध्यम स्कूल में पढ़ रहे हैं, जिनके लिए मात्र दो शिक्षक पदस्थ हैं। शिक्षकों की कमी के चलते 9वीं से 12वीं तक बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है।
जनप्रतिनिधियों ने भी सौंपा था ज्ञापन
स्कूल खुलने के साथ ही ग्राम की सरपंच सावित्री रंजीत अधिकारी और जनपद सदस्य कुमार जितेंद्र बहादुर सिंह ने शिक्षकों की मांग को लेकर कलेक्टर से लेकर जिला शिक्षा अधिकारी तक को ज्ञापन सौंपा था। इसके बाद भी मामले को लेकर उच्च अधिकारियों ने कोई गंभीरता नहीं दिखाई। जिसके कारण छात्र- छात्राओं को मज़बूरी में सड़क पर उतरना पड़ा।
सक्ती जिले में स्वामी आत्मानंद स्कूल, मालखरौदा के छात्रों ने शिक्षकों की कमी से नाराज़ होकर स्कूल गेट पर ताला जड़ दिया। शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाज़ी की है...@SaktiDistrict #Chhattisgarh #Aatmanandschool pic.twitter.com/bhZQNBXDOR
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 20, 2025
प्रायोगिक शाला में शिक्षक नहीं, नाराज़ पालकों ने एकजुट होकर जड़ दिया ताला
वहीं 28 जून को धमतरी जिले से भी शिक्षकों की कमी से संबंधित एक मामला सामने आया था। नगरी ब्लाक के स्कूलों में एक के बाद एक कहीं शिक्षक को हटाने तो कहीं शिक्षक की मांगों को लेकर ताला बंदी दौर जारी था। बता दें कि, हाल ही में कुछ दिन पहले बोकराबेड़ा में एक शिक्षक को हटाने को लेकर पालकों ने स्कूल में ताला बंदी किया था। वहीं नगरी के प्रायोगिक शाला में शिक्षक की कमी को लेकर ताला बंदी करने का मामला सामने आया था।
नाराज़ पालकों ने एकजुट होकर जड़ दिया ताला
जानकारी के अनुसार, वनांचल क्षेत्र नगरी के प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम स्कूल में पालकों और शाला प्रबंधन समिति ने ताला जड़ दिया था। यहां पहली कक्षा से पांचवी तक की कक्षाएं संचालित होती हैं। जहां बच्चों की दर्ज संख्या करीब 125 है। बताया जा रहा है कि, यहां कुल चार शिक्षक थे जिसमें से दो व्यवस्था में थे जिन्हें उनके मूल शाला वापस भेज दिया गया है। ऐसे में अब प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम नगरी में दो ही शिक्षक रह गए हैं। जिससे नाराज पालकों ने शिक्षकों की मांग को स्कूल के गेट में ताला जड़ दिया था।
जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से शिक्षकों को प्रस्ताव भेजा जाएगा
वहीं इस मामले में नगरी बीईओ कलीराम साहू ने बताया कि, प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम में तालाबंदी की सूचना मिली है। बीआरसी मौके पर गए हैं, लोगों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्हें कुछ दिन का समय मांगा जा रहा है पर लोग मान नहीं रहे हैं। स्कूल में कुल चार शिक्षक थे जिसमें से दो व्यवस्था में थे। जिन्हें शासन के अदेशानुसार मूल शाला के कार्य मुक्त कर दिया गया है। वहां भी एक शिक्षक है, दो शिक्षक सेवा प्रदाता के लिए जिला शिक्षा अधिकारी के माध्यम से प्रस्ताव भेजा जाएगा। गौरतलब है कि, नए शैक्षणिक सत्र के शुरुआत होते ही जिले के बोकराबेड़ा माध्यमिक स्कूल, हाईस्कूल लोहरसी और अब प्रायोगिक शाला अंग्रेजी माध्यम नगरी में तालाबंदी का मामला सामने आया है। जहां पालक अपने मांगो को लेकर डंटे हुए थे।
