4.40 करोड़ की सड़क बनी सिरदर्द: सकरी गांव में अधूरे निर्माण के खिलाफ कांग्रेस नेताओं के साथ ग्रामीणों का प्रदर्शन

Congress leaders and villagers staged a strong protest against the contractors negligence
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अधूरे सड़क निर्माण को लेकर कांग्रेस नेताओं और ग्रामीणों ने ठेकेदार की लापरवाही के खिलाफ जोरदार धरना प्रदर्शन किया

सकरी गांव में अधूरे सड़क निर्माण को लेकर कांग्रेस नेताओं और ग्रामीणों ने ठेकेदार की लापरवाही के खिलाफ जोरदार धरना प्रदर्शन किया।

छन्नू खंडेलवाल- मांढर। छत्तीसगढ़ में बिलासपुर जिले के ग्राम सकरी में मंडी बोर्ड द्वारा निर्माणाधीन अधूरे सड़क कार्य को लेकर ग्रामीणों और कांग्रेस नेताओं ने मिलकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया। यह धरना रिंग रोड नंबर-3 स्थित सकरी स्वागत द्वार के पास आयोजित किया गया।

धरने के दौरान पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा ने कहा कि 'सकरी गांव के विकास को भाजपा सरकार ने अनदेखा किया है, जो अब बर्दाश्त से बाहर है। सड़क निर्माण कांग्रेस शासनकाल में स्वीकृत हुआ था लेकिन भाजपा सरकार में इसे जानबूझकर अधूरा छोड़ा गया है।


कलेक्टर गौरव सिंह से इस संबंध में हुई बातचीत

पूर्व विधायक अनीता शर्मा ने इस संबंध में रायपुर कलेक्टर गौरव सिंह से टेलीफोन पर बातचीत की। उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने मंडी बोर्ड को ठेकेदार मेसर्स योगेश जायसवाल को ब्लैकलिस्ट करने का निर्देश दे दिया है।

विधायक अनुज शर्मा पर लगाया गया आरोप
पूर्व मंडी अध्यक्ष नारायण कुर्रे ने कहा कि सकरी से धनसूली तक इस मार्ग की शुरुआत मेरे कार्यकाल में हुई थी, लेकिन सरकार बदलते ही इसे अधूरा छोड़ दिया गया। उन्होंने विधायक अनुज शर्मा पर आरोप लगाया कि वे दो वर्षों से गांव की सुध तक नहीं लिए है। जनपद पंचायत के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र पप्पू बंजारे ने इसे अनुसूचित जाति बाहुल क्षेत्र के साथ भेदभाव बताया और कहा कि यह क्षेत्र लगातार उपेक्षित किया जा रहा है।

भारी वाहनों की आवाजाही के कारण पूरे गांव में धूल
गांव की स्थिति पर बोलते हुए जनपद सदस्य बरखा लोकेश साहू ने बताया कि स्कूल और पंचायत भवन के बीच से गुजर रही इस अधूरी सड़क से भारी वाहनों की आवाजाही के कारण पूरे गांव में धूल का गुबार फैला हुआ है।

4.40 करोड़ की लागत से बन रही है डामर युक्त सिंगल रोड
ग्राम सरपंच सोनल प्रशांत कुर्रे ने जानकारी दी कि यह सड़क सकरी से धनसूली तक 4 करोड़ 40 लाख की लागत से बनाई जा रही है, जिसका टेंडर सितंबर 2023 में जारी हुआ था। ठेकेदार को जुलाई 2024 तक काम पूरा करना था, लेकिन अभी तक केवल बेस गिट्टी डाली गई है। बरसात का मौसम करीब है और ग्रामीणों की परेशानी बढ़ती जा रही है।

आंदोलन और तेज किया जाएगा
धरना स्थल पर रायपुर तहसीलदार और मंडी बोर्ड के अनुविभागीय अधिकारी झा की उपस्थिति में ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें चेतावनी दी गई कि यदि जल्द ही नया टेंडर जारी कर कार्य पूर्ण नहीं किया गया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।

ये रहे उपस्थित
इस प्रदर्शन में पूर्व राज्यसभा सांसद छाया वर्मा, पूर्व विधायक अनीता शर्मा, कृषि उपज मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष नारायण कुर्रे, जनपद पंचायत धरसींवा के पूर्व अध्यक्ष राजेन्द्र पप्पू बंजारे, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष दुर्गेश वर्मा, जनपद सदस्य बरखा लोकेश साहू, सरपंच सोनल प्रशांत कुर्रे, उपसरपंच पूर्णिमा सिन्हा, और अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

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