अंतिम सांसें गिन रहा नक्सलवाद: निर्दोष आदिवासियों की जान लेने वाले 180 से ज्यादा नक्सली मारे गए, 2800 से ज्यादा ने किया समर्पण

more than 180 Naxalites killed- 2800 surrendered
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सुरक्षाबल  

छत्तीसगढ़ में लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन जारी है। साय सरकार के डेढ़ साल में 180 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं, 2800 नक्सलियों ने सरेंडर किया है।

यामिनी पांडे- रायपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में पिछले कई दशकों से नक्सलियों के आतंक का साम्राज्य रहा है। इस दौरान नक्सलियों ने कई बड़े हमले किए। सुरक्षाबलों के सैकड़ों जवानों समेत सैंकड़ों निर्दोष आदिवासियों की जान ली। इन्हीं परिस्थितयों के बीच केंद्र सरकार ने बस्तर को नक्सलमुक्त बनाने की ठानी। केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास अब रंग लाने लगे हैं।

छत्तीसगढ़ में 13 दिसंबर 2023 को साय सरकार बनने के बाद से ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद के सफाए का लक्ष्य रखा है। यही वजह है कि, फोर्स लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन लॉन्च करती आई है, जिनमें उन्हें सफलता भी मिली है। इस ऐलान के बाद से सुरक्षाबलों के बढ़ते दबाव के चलते साल 2024 में 1 हजार 33 नक्सलियों की गिरफ्तारी हुई, जबकि 925 ने आत्मसमर्पण किया था।


कर्रेगुट्टा की पहाड़ियों पर, थुलथुली और पीड़िया के जंगलों में हुई बड़ी मुठभेड़ें
हाल ही में बीजापुर से लगती तेलंगाना की सीमा पर 21 दिनों तक सबसे बड़ा ऑपरेशन नक्सलियों के खिलाफ चलाया गया। इस ऑपरेशन में 31 नक्सली मारे गए हैं। मारे गए नक्सलियों पर एक करोड़ 72 लाख रुपयों का इनाम था। इस ऑपरेशन में 18 जवान घायल हुए हैं। कर्रेगुट्टा पहाड़ और रास्तों से 35 रायफल और 450 IED बरामद किए गए हैं। माओवादियों ने पहाड़ियों पर दो वर्षों तक का राशन जमा कर रखा था। उनके पास से 12000 किलो राशन बरामद किया गया है। नक्सलियों के 214 बंकर और ठिकाने नष्ट किये गए हैं। वहीं 4 अक्टूबर 2024 को दंतेवाड़ा के थुलथुली में 38 नक्सली मारे गए। 16 अप्रैल को कांकेर के छोटेबेठिया में 29 नक्सली ढेर कर दिए गए। 2 अप्रैल को बीजापुर के कोराचोली में जवानों ने 13 नक्सलियों को मार गिराया। 10 मई को बीजापुर के पीड़िया में 12 नक्सली मारे गए। 30 अप्रैल को नारायणपुर के टेकामेटा में 10 नक्सली ढेर कर दिए गए। 22 अप्रैल को सुकमा के भेज्जी में जवानों ने 10 नक्सलियों को मार गिराया। 30 सितंबर को दंतेवाड़ा के पुरंगेल में 9 नक्सलियों को ढेर किया गया।


साल 2025 में अब तक की बड़ी मुठभेड़
16 जनवरी को बीजापुर के पुजारी कांकेर और मारुड़बारा में 18 नक्सली, 20-21 जनवरी में गरियाबंद में 16 नक्सली मारे गए। 19 जनवरी सेंट्रल कमेटी सदस्य जयराम उर्फ चलपति समेत 14 नक्सलियों को जवानों ने मार गिराया। फरवरी में बीजापुर जिले के इंद्रावती नेशनल पार्क इलाके में 31 नक्सली, मार्च में बीजापुर-कांकेर में 30 नक्सली मारे गए। 23 मई को नक्सलियों का सुप्रीम लीडर और संगठन महासचिव बसवराजू मारा गया, जिस पर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। वहीं 10 मई को बीजापुर में 12 नक्सली, 21 मई को नारायणपुर में जवानों ने 27 नक्सलियों को मार गिराया। वहीं एक जवान शहीद और एक घायल हो गया।


नक्सल सुप्रीमो बसव राजू समेत कई बड़े नक्सली नेता मारे गए
बसवराजू नक्सलियों का सुप्रीम लीडर और संगठन का महासचिव था। वह 21 मई 2025 को अबूझमाड़ के जंगल में मारा गया। उसपर 1 करोड़ रुपये का इनाम था। नक्सली नेता शांति उर्फ देवे जो कांकेर में हुई मुठभेड़ में मारी गई। उस पर 8 लाख रुपये का इनाम था। सेंट्रल कमेटी और आंध्र प्रदेश जोनल कमेटी का सदस्य गजराला रवि उर्फ उदय 18 जून 2025 को सुकमा- आंध्र प्रदेश की सीमा पर मारेडपल्ली के जंगल में हुए मुठभेड़ में मारा गया। वहीं अचलपति की पत्नी और आंध्र प्रदेश जोनल कमेटी की सदस्य रुणा उर्फ वीआरएल चैतन्य और अंजू भी इसी मुठभेड़ में मारी गई।


इस साल अब तक 180 से ज्यादा नक्सली मारे गए
साल 2025 में अब तक 180 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं। वहीं अब तक 2700 से 2800 की संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है।


कई निर्दोष ग्रामीणों की अकारण ले ली जान
2025 में छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने तीन ग्रामीणों की बेरहमी से हत्या कर दी। यह घटना पेद्दाकोरमा गांव की है, जहां पर नक्सलियों ने झींगु मोडियम, सोमा मोडियम और अनिल माड़वी को मौत के घाट उतार दिया। इनमें से दो मृतक पूर्व नक्सली कमांडर दिनेश मोडियम के रिश्तेदार थे। नक्सलियों ने इन ग्रामीणों पर मुखबिरी का आरोप लगाया था। इसके अलावा उन्होंने 7 ग्रामीणों की बेरहमी से पिटाई भी की और 10 लोगों का अपहरण कर अपने साथ ले गए। बाद में उन्हें छोड़ दिया गया।


साल 2025 में एएसपी समेत 9 जवानों की ली जान
नक्सलियों की कायराना करतूत का साल 2025 में ही सुरक्षाबलों के 10 जवान शिकार बन चुके हैं। 7 जनवरी को बीजापुर जिले में हुए नक्सल हमले में 9 जवान शहीद हो गए। वहीं 8 जून 2025 को सुकमा जिले में नक्सलियों के लगाए गए आईईडी की चपेट में आने से एएसपी आकाश राव गिरपुन्जे शहीद हो गए। इस घटना दो और पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।

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