युक्तियुक्तकरण का विरोध: कांग्रेस ने घेरा बीईओ कार्यालय, पूर्व मंत्री भगत की अगुवाई में की नारेबाजी

पूर्व मंत्री अमरजीत भगत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने बीइओ कार्यालय का घेराव किया
अनिल उपाध्याय- सीतापुर। प्रदेश में जारी शिक्षा न्याय आंदोलन के तहत कांग्रेस पार्टी ने मंगलवार 10 जून को सीतापुर में बीईओ कार्यालय का घेराव कर प्रदेश सरकार के शिक्षक युक्तियुक्तकरण नीति का विरोध किया। इस आंदोलन का नेतृत्व Shiksha Nyay Andolan Congressmen gheraoed BEO office protested stronglyFormer Food Minister Amarjit Bhagat ने किया।
कार्यक्रम के दौरान भारी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता बीईओ कार्यालय पहुंचे और जमकर नारेबाजी की। उन्होंने युक्तियुक्तकरण को शिक्षकों के साथ अन्यायपूर्ण और जनविरोधी बताते हुए इसे प्रदेश सरकार की शिक्षा विरोधी नीति करार दिया।
भाजपा सरकार ने युवाओं को धोखा दिया – अमरजीत भगत
पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने चुनावों के समय मोदी की गारंटी के तहत जो वादे किए थे, उनसे वह मुकर गई है। उन्होंने कहा, सरकार ने 57 हजार शिक्षकों की भर्ती और बंद स्कूलों को पुनः चालू करने का वादा किया था, लेकिन अब युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शिक्षकों की संख्या घटाने और स्कूलों को बंद करने का काम कर रही है।
युक्तियुक्तकरण से लोगों का रोजगार छिन जाएगा- पूर्व खाद्यमंत्री
भगत ने आगे कहा कि इस निर्णय से न सिर्फ शिक्षकों को नुकसान होगा, बल्कि स्कूलों में कार्यरत भृत्य, रसोइया, स्वीपर और महिला स्वयं सहायता समूहों का रोजगार भी छिन जाएगा। इससे हजारों लोग बेरोजगार हो सकते हैं।
10,463 स्कूल बंद होने की आशंका
कांग्रेस के मुताबिक, सरकार की युक्तियुक्तकरण नीति के चलते लगभग 10,463 स्कूलों के बंद होने की संभावना है, और 45,000 से अधिक शिक्षकों के पद समाप्त हो सकते हैं।
तहसीलदार को सौंपा गया ज्ञापन
इस विरोध प्रदर्शन के बाद कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने तहसीलदार आर.एस. पैंकरा को ज्ञापन सौंपकर सरकार से निर्णय को तत्काल वापस लेने की मांग की।
प्रमुख उपस्थिति
इस मौके पर जिला पंचायत सदस्य शिवभरोष बेक, विधानसभा प्रभारी डॉ. लालचंद यादव, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष तिलक बेहरा, गणेश सोनी, बदरुद्दीन इराकी, संदीप गुप्ता, अरुण गुप्ता, फुलसाय लकड़ा, सुशील सिंह मरावी, बिगन राम, राजू पणिकर, नरेश बघेल, शरद गुप्ता, रामकुमार गुप्ता, रमेश बड़ा, दिलेश तिग्गा, बाबूलाल सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रशासनिक अधिकारियों में एसडीओपी राजेंद्र सिंह मंडावी, एसआई राजेंद्र सिंह, रघुनाथ भगत, बीईओ इंदु तिर्की, एबीईओ महेश सोनी, पटवारी विनोद यादव और पुलिस बल की उपस्थिति रही।