कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन: समस्याओं से कराया अवगत, मांगें पूरी करने की लगाई गुहार

कलेक्टर ज्ञापन सौंपने पहुंचे सोसायटी महासंघ के पदाधिकारी
श्यामकिशोर शर्मा- राजिम। छत्तीसगढ़ के राजिम विधानसभा क्षेत्र के सभी प्राधिकृत अधिकारी गुरूवार को महाअध्यक्ष जितेंद्र सोनकर एवं संस्था के सभी पदाधिकारी और प्राधिकृत अध्यक्षो ने कलेक्टर से मिलकर विभिन्न समस्याओं से संबंधित ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में लिखा गया है कि छत्तीसगढ़ शासन के आदेशानुसार धान खरीदी का कार्य 14 नवंबर 2024 से 31 जनवरी तक की गई। राजिम विधानसभा के अंतर्गत समर्थन मूल्य में धान खरीदी का कार्य सहकारी संस्थाओ के माध्यम से सफलतापूर्वक किया गया। सोसायटी महासंघ द्वारा ज्ञापन में कहा गया है कि मिलर्स द्वारा धान का उठाव समय सीमा में नही करना, बफर लिमिट से अधिक धान उपार्जन केंद्र में संग्रहित रहना, चूहा- दीमक आदि से बारदानो का क्षतिग्रस्त होना, खाली बारदाना के वजन में कमी होना, अधिकारियो को धान उठाव के संबंध में पत्राचार व दूरभाष के माध्यम से सूचित करने के बावजूद किसी भी प्रकार की पहल नही किया गया। धान खरीदी के समय किसानो से 17 फीसदी नमी में खरीदी होती है जो धान उठाव के समय सुखती 11-12 फीसदी हो जाता है। जिला नोडल अधिकारियो द्वारा धान खरीदी का भौतिक सत्यापन किया गया उनके माध्यम से भी धान सुखती की जानकारी आगे पहुंचाई गई। उसके बावजूद उच्चाधिकारियो द्वारा कोई ठोस कदम नही उठाया गया।

धान के सख्त सूखत को शून्य करने की मांग
इन समस्त कारणो से अभी भी समिति प्रबंधक दोषी है तो धान खरीदी में जितने उच्चाधिकारी सम्मिलित है। वे भी खरीदी में हुई वजन क्षति में समान रूप से बराबर के दोषी है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए। धान का उठाव नही करने और धान कड़ी धूप में होने के कारण वजन में अत्यधिक मात्रा में कमी आई है। अतएव धान में जो सुखत आया है सहकारी संस्था को आर्थिक नुकसान न हो इस कारण संस्थाओ में हुए धान के सुखत को शून्य करने की मांग हम करते है।
महाअध्यक्ष ने दी जानकारी
जिला मुख्यालय से ज्ञापन देकर लौटने के बाद राजिम में संघ के महाअध्यक्ष जितेंद्र सोनकर ने बताया कि सहकारी संस्था में विभिन्न समस्याओं को लेकर वे जिला कलेक्टर से मिलने गरियाबंद गए थे। कलेक्टर श्री उइके को एक ज्ञापन दिया गया।
ये पदाधिकारी रहे उपस्थित
ज्ञापन सौंपने के दौरान महाअध्यक्ष जितेंद्र सोनकर, उपाध्यक्ष ईश्वर साहू, वेशनारायण ठाकुर, महासचिव जनक महाराज, सहसचिव बल्ला मरकाम, कोषाध्यक्ष ललित साहू, संरक्षक तिहार सिंह ठाकुर, अमर साहू, धनीराम साहू, छन्नु लाल साहू, अध्यक्षगणो में अश्वनी विश्वकर्मा, बंशीलाल रात्रे, कोमल ढीढी, इतवारी सिन्हा, गोपचंद बेनर्जी, लिकम साहू, ओमप्रकाश साहू, चेमन तारक, बाबूलाल साहू, चतुर साहू, महेश साहू, मोहन सिंह ठाकुर, कन्हैया ध्रुव, परमेश्वर ध्रुव, हीरामन ध्रुव, रोहित जनक, टीकम सोरी, पंचराम ठाकुर, हलधर सिंह, लोमश ध्रुव, यादराम ध्रुव, लीलाराम साहू, सुरेश कंवर, हरपाल सिंह, उमेद सिंह, लाला राम साहू, उज्जव नागेश, भुवेंद्र मरकाम मौजूद थे।
