मंत्रिमंडल विस्तार की हलचल तेज: राजभवन पहुंचे सीएम साय, राज्यपाल को सौंप सकते हैं संभावित मंत्रियों की सूची

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय राज्यपाल रमेन डेका से मिलने राजभवन पहुंचे
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मंत्रिमंडल विस्तार की हलचल तेज हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय शनिवार की शाम लगभग 6 बजे राजभवन पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि, वे राज्यपाल रमेन डेका से मिलकर संभावित नए मंत्रियों के नाम सौंपकर मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में दिन और समय तय कर सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि, 21 अगस्त से पहले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय कैबिनेट का विस्तार होना लगभग तय माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि, 14 सदस्यीय होगा मंत्रिमंडल। पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, कैबिनेट विस्तार के लिए सीएम को शीर्ष नेतृत्व से हरी झंडी मिल गई है। उल्लेखनीय है कि, मुख्यमंत्री श्री साय 21 अगस्त को जापान और दक्षिण कोरिया विदेश यात्रा पर जा रहे हैं। ऐसे में पांच दिन के भीतर शपथ ग्रहण की प्रक्रिया पूर्ण हो जाने की संभावना है। माना जा रहा है कि, बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व ने छत्तीसगढ़ में भी 14 सदस्यीय मंत्रिमंडल रखने का फैसला कर लिया है।
रायपुर
— Anshuman Sharma (@anshuman_sunona) August 16, 2025
मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चा इस बार ज़ोरों से है। इन्हीं चर्चा के बीच CM @vishnudsai राज्यपाल रमेन डेका से मिलने राजभवन पहुंचे।
21 अगस्त को CM साय विदेश यात्रा पर जाने वाले हैं, माना जा रहा उसके पहले विस्तार हो ही जाएगा।#CabinetExpansion #Chhattisgarh pic.twitter.com/8aXtDGo8pT
तीन नए मंत्री लेंगे सपथ
इसके मुताबिक, कैबिनेट विस्तार के दौरान तीन नए मंत्रियों का शपथ लेना तय है। इस कैबिनेट विस्तार में सामाजिक, क्षेत्रीय समीकरण के आधार पर मंत्री बनाने का निर्णय लिया जा सकता है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, एक मंत्री सामान्य वर्ग से, एक मंत्री अनुसूचित जनजाति वर्ग और एक मंत्री पिछड़ा वर्ग से शामिल हो सकता है। इसी तरह बिलासपुर संभाग से एक मंत्री, एक सरगुजा संभाग से और एक दुर्ग संभाग से मंत्री बनना तय माना जा रहा है।
वर्तमान कैबिनेट में बदलाव के संकेत नहीं
सूत्रों के मुतबिक केवल मंत्रिमंडल का विस्तार होगा, बर्तमान कैबिनेट में कोई फेरबदल की संभवना नहीं है। ऐसे में किसी भी मंत्री को हटाया नहीं जाएगा। उल्लेखनीय है कि, पिछले कुछ महीनों से सियासी गलियारे में लक्ष्मी रजवाड़े हों, दयालदास बघेल और टंकराम वर्मा को बदले जाने की चर्चाएं थीं।
