शारदा एनर्जी एंड पावर मिनरल्स के खिलाफ धरना-प्रदर्शन: स्थायी नौकरी और सुविधाओं की मांग पर अड़े ग्रामीण

धरने पर बैठे हुए ग्रामीण
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धरने पर बैठे हुए ग्रामीण 

रायपुर जिले के सिलतरा उद्योग स्थित शारदा एनर्जी एंड पावर मिनरल्स कंपनी के खिलाफ ग्रामीण। गिरौद, टेकारी सहित कई ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया।

छन्नू खंडेलवाल - मांढर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में सिलतरा उद्योग के शारदा एनर्जी एंड पावर मिनरल्स के कंपनी के सामने में क्षेत्र के ग्रामीण और जनप्रतिनिधि गेट की कंपनी के सामने अनिश्चित कालिन धरना प्रदर्शन शनिवार की सुबह से ही धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

इस धरना प्रदर्शन में ग्राम पंचायत मांढर, गिरौद, टेकारी, सांकरा, धलेनी , मुरेठी गांव के जनप्रतिनिधि और सरपंच ग्रामवासी बड़ी संख्या में सम्मिलित है। गेट के सामने सुबह से ही धरना प्रदर्शन की वजह से ड्यूटी में काम करने वाले मजदूर कंपनी के अंदर ही फंसे हुए हैं। जो सुबह के वक्त ड्यूटी पर जाने वाले मजदूर कंपनी अंदर जा नहीं पा रहे हैं। लेकिन अभी तक कंपनी प्रबंधक के जिम्मेदार अधिकारी अभी तक धरना प्रदर्शन स्थल पर नहीं पहुंचे हैं। जिसके चलते लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बता दें कि, शारदा एनर्जी एंड पावर मिनरल्स के कंपनी के सभी मुख्य द्वारों पर ग्रामीण बैठकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।


यह हैं प्रमुख मांगें
सरपंचों ने कंपनी प्रबंधन तथा तहसीलदार, पुलिस और संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन सौंपकर बताया था कि, लाइन लुजर को नौकरी नहीं दिया जा रहा है । सी.एस.आर. मद से कार्य ग्राम पंचायतों में नहीं हो रहा है। शारदा में कर्मचारी लोग 15-20 वर्षों से ठेकेदारी में कार्यरत हैं। उनको आज तक परमानेंट नहीं किया गया है। कभी भी ग्रामीणों को कपनी की रिक्त पदों की जानकारी नहीं दिया जाता। है। स्थानीय जनप्रतिनिधियों कंपनी प्रशासन की रवैया दुर्भावना पूर्ण रहता है। स्वास्थ्य केन्द्र में किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जाती है। उच्चशिक्षा के होनहार छात्र-छात्राओं को किसी भी प्रकार का प्रोत्साहन राशि नहीं दिया जाता है। नए उद्योग विस्तार में ग्राम पंचायत से अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं लिया जाता है।

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