इंडिया गठबंधन के उप राष्ट्रपति उम्मीदवार रेड्डी पर बड़ा आरोप: डिप्टी सीएम शर्मा बोले- इन्हीं के फैसले से बंद हुआ था सलवा जुडूम

डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि, सलवा जुडूम को बंद करने का गलत फैसला इन्होंने ही सुनाया था
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 डिप्टी सीएम विजय शर्मा

इंडिया गठबंधन के उप राष्ट्रपति के उम्मीदवार बी सुदर्शन रेड्डी को लेकर डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा कि, सलवा जुडूम को बंद करने का गलत फैसला इन्होंने ही सुनाया था।

रायपुर। छत्तीसगढ़ के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने इंडिया गठबंधन की ओर से घोषित उप राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बी. सुदर्शन रेड्डी पर बड़ा आरोप लगाया है। बुधवार को अपने गृह नगर कवर्धा में मीडिया से बातचीत करते हुए डिप्टी सीएम श्री शर्मा ने कहा कि, बस्तर के सलवा जुडूम आंदोलन को इन्हीं बी. सुदर्शन रेड्डी के आदेश से कुचला गया था।

श्री शर्मा ने कहा कि, जब डा. रमन सिंह की सरकार के दौरान बस्तर में नक्सलियों के खिलाफ स्थानीय आदिवासियों ने सलवा जुडूम के रूप में बड़ा आंदोलन चलाया और जब यह आंदोलन चरम पर था। ऐसा लग रहा था कि, अब नक्सलियों के पांव छत्तीसगए़ से उखड़ जाएंगे। लोग स्वयं ही आगे बढ़कर नक्सलवाद को समाप्त कर देना चाहते थे और उस समय वह हो भी जाता। तब श्री रेड्डी ने बतौर सुप्रीम कोर्ट सलवा जुडूम को बंद करने के संबंध में फैसला दिया था।

रेड्डी के फैसले के बाद ही सालों तक नक्सल दंश झेलता रहा छत्तीसगढ
इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि, इसकी सीबीआई जांच की जाय। तब उसके बाद वह पूरा आंदोलन ध्वस्त हो गया और उसके बाद बस्तर फिर से 15 सालों तक झुलसता रहा। उसके बाद अब जाकर नई सरकार बनने के बाद बस्तर में परिस्थियाँ बदलीं हैं। नक्सलियों द्वारा ना जाने कितने लोगों के पैर काट देने के, ना जाने कितने लोगों का गला रेत देने के लिए वह आदेश जिम्मेदार हैं।

सलवा जुडूम को बंद करने का दिया था फैसला
जस्टिस सुदर्शन रेड्डी ने आदिवासी युवाओं को स्पेशल पुलिस ऑफिसर्स (SPOs) के तौर पर नियुक्त करने के छत्तीसगढ़ सरकार के फैसले को गैर-कानूनी और असंवैधानिक करार दिया था। असल में इन युवाओं को सलवा जुडूम या कोया कमांडो के तौर पर माओवाद से निपटने के लिए तैयार किया जा रहा था। लेकिन, जस्टिस रेड्डी और जस्टिस एसएस निज्जर की बेंच ने 5 जुलाई, 2011 को संवैधानिक सिंद्धांतों के खिलाफ और मानवाधिकारों के लिए खतरनाक बताते हुए इसपर रोक लगा दी थी। बीजेपी ने उनकी उम्मीदवारी घोषित होते ही यह कहकर उनपर हमला किया कि, वे नक्सलवाद के खिलाफ लड़ाई को कमजोर करने के लिए जाने जाते हैं।

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