युक्तियुक्तकरण के विरोध में शिक्षकों का बड़ा प्रदर्शन: पुलिस के साथ झूमाझटकी के बाद प्रतिनिधिमंडल शिक्षा सचिव से चर्चा को रवाना

युक्तियुक्तकरण के विरोध में शिक्षकों का बड़ा प्रदर्शन
रायपुर। छत्तीसगढ़ में युक्तियुक्तकरण के विरोध में शिक्षकों ने बड़ा प्रदर्शन किया। सर्व शिक्षक संघ छत्तीसगढ़ के बैनर तले प्रदर्शन जारी है। तूता धरनास्थल में सैंकड़ों की संख्या में शिक्षक जुटे हुए हैं। शिक्षक युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। राज्योत्सव मैदान के पास पुलिस ने शिक्षकों को रोका। पुलिस और शिक्षकों के बीच झूमाझटकी हुई।
रायपुर। युक्तियुक्तकरण का विरोध करने पहुंचे शिक्षक. @RaipurDistrict #Chhattisgarh #teacher pic.twitter.com/6Z6EYMZ20k
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) May 28, 2025
शिक्षा सचिव ने प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए बुलाया
झूमाझटकी के बाद शिक्षा सचिव ने प्रतिनिधिमंडल को चर्चा के लिए बुलाया। इसके बाद शिक्षकों का प्रतिनिधिमंडल चर्चा के लिए रवाना हुआ।
बच्चों के भविष्य के साथ अन्याय कर रही सरकार
वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव ने इस नीति को अन्यायपूर्ण करार देते हुए सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि, यह व्यवस्था न केवल अव्यवहारिक है, बल्कि प्रदेश के लाखों बच्चों के भविष्य के साथ क्रूर मज़ाक है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में अक्षम है सरकार तो दे इस्तीफा
टीएस सिंहदेव ने कहा कि, दो शिक्षक पहली से पांचवीं तक की 18 कक्षाओं को कैसे संभालेंगे? यह अमानवीय सोच है। उन्होंने इसे शिक्षा के अधिकार अधिनियम का उल्लंघन बताया और मांग की कि, यदि सरकार बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में अक्षम है तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर शिक्षा व्यवस्था को निजी क्षेत्र के हवाले कर देना चाहिए। स्कूल शिक्षा विभाग ने मंगलवार को आदेश जारी कर प्रदेश भर के कम दर्ज संख्या वाले स्कूलों को बंद करने और एक ही परिसर में संचालित शालाओं को मर्ज करने की योजना प्रस्तुत की है। नए सेटअप के अनुसार, 60 से कम छात्रों वाले प्राथमिक विद्यालयों में 1 प्लस वन शिक्षक तथा मिडिल स्कूलों में वन प्लस 3 शिक्षक का प्रावधान किया गया है, जो पहले 2008 की नीति के अनुसार था।
