रायपुर:: साइबर ठगी और धोखाधड़ी के तीन बड़े मामले - प्रोफेसर, कारोबारी और युवती बने शिकार

सायबर ठगी
रायपुर। राजधानी रायपुर में बुधवार को साइबर और धोखाधड़ी से जुड़े तीन गंभीर मामले सामने आए हैं, जिनमें ठगों ने लाखों रुपये ऐंठने के साथ-साथ मानसिक और शारीरिक शोषण जैसी घटनाओं को भी अंजाम दिया है। इन मामलों ने पुलिस और आमजन को चौकन्ना कर दिया है।
डिजिटल अरेस्ट का शिकार बने प्रोफेसर, 88 लाख रुपये की ठगी
शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज के प्रोफेसर संतोष कुमार को साइबर ठगों ने ‘डिजिटल अरेस्ट’ के नाम पर मानसिक रूप से प्रताड़ित कर 88 लाख रुपये ठग लिए। ठगों ने खुद को केंद्रीय एजेंसी का अधिकारी बताकर उन्हें मानव तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग जैसे गंभीर अपराधों में फंसाने की धमकी दी। प्रोफेसर ने डर के चलते ठगों के बताए अनुसार भारी-भरकम रकम उनके खातों में ट्रांसफर कर दी। पुलिस का कहना है कि पहले संपर्क के बावजूद प्रोफेसर ने पूरी जानकारी साझा नहीं की थी। अब पुरानी बस्ती थाने में एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।
शेयर मार्केट में मुनाफे का झांसा देकर 60 लाख की ठगी
देवेंद्र नगर निवासी शशिकांत वर्मा के साथ साइबर ठगों ने शेयर बाजार में मुनाफा दिलाने का लालच देकर 60 लाख रुपये की ठगी की। आरोपी लगातार अलग-अलग बैंक खातों में पैसे जमा करवाते रहे और प्रॉफिट का वादा करते रहे। जब लंबे इंतजार के बाद भी कोई रिटर्न नहीं मिला, तब वर्मा ने देवेंद्र नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब खातों की जांच और साइबर टीम की मदद से ठगों की लोकेशन ट्रेस करने में जुटी है।
शादी का झांसा देकर दुष्कर्म और लाखों की ठगी
तीसरे मामले में जयप्रकाश बघेल नाम के आरोपी ने एक युवती को शादी का झांसा देकर उसके साथ शारीरिक शोषण किया और लाखों रुपये भी ठग लिए। जांच में सामने आया कि आरोपी पहले से शादीशुदा है और डोंगरगढ़ में भी धोखाधड़ी के केस में आरोपी है। पुरानी बस्ती पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
इन सभी मामलों ने राजधानी में ऑनलाइन ठगी और भरोसे के नाम पर अपराध के खतरनाक बढ़ते चलन को उजागर किया है। पुलिस सभी मामलों की गंभीरता से जांच कर रही है।
