कांग्रेस की आर्थिक नाकेबंदी: संभागीय ट्रक मालिक संघ- कन्फेडरेशन आफ इंडिया ट्रेडर्स ने समर्थन देने से किया इंकार

सरगुजा संभागीय ट्रक मालिक संघ ने कांग्रेस के आर्थिक नाकेबंदी को समर्थन देने से किया इंकार
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22 जुलाई को कांग्रेस के आर्थिक नाकेबंदी करने का ऐलान पर सरगुजा संभागीय ट्रक मालिक संघ और कन्फेडरेशन आफ इंडिया ट्रेडर्स ने समर्थन देने से इंकार कर दिया है।

रायपुर। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल गिरफ्तारी पर कांग्रेस 22 जुलाई को आर्थिक नाकेबंदी करने का ऐलान किया है। लेकिन इसी बीच सरगुजा संभागीय ट्रक मालिक संघ एवं कन्फेडरेशन आफ इंडिया ट्रेडर्स ने आर्थिक नाके बंदी को समर्थन देने से इंकार किया है।

संभागीय ट्रक मालिक संघ के अध्यक्ष रविंद्र तिवारी ने कहा है कि, हम यह स्पष्ट करना चाहते हैं कि, कांग्रेस पार्टी द्वारा 22 जुलाई को छत्तीसगढ़ राज्य स्तरीय घोषित आर्थिक बंद को सरगुजा संभागीय ट्रक मालिक संघ एवं कनफेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स का कोई समर्थन नहीं है। व्यापार, एवं परिवहन जैसे आवश्यक सेवाओं का संचालन, आम नागरिकों की जीवन शैली, आर्थिक स्थिरता और दैनिक आवश्यकताओ से सीधा जुड़ा होता है। किसी भी प्रकार का बंद व्यापरियों, ट्रांसपोर्ट, श्रमिकों और आम जनता के हितों के प्रतिकूल होता है।


जबरन बंद या व्यापारिक गतिविधियों को बाधित करना उचित नहीं
श्री तिवारी ने आगे कहा कि, लोकतंत्रिक व्यवस्था में विरोध दर्ज कराने के अनेक शांतिपूर्ण और रचनात्मक माध्यम उपलब्ध है। जबरन बंद या व्यापरिक गतिविधियों को बाधित करना उचित नहीं है। इससे राज्य की आर्थिक गतिविधियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा है की हम दोनों संगठन इस बंद का ना तो समर्थन करते हैं और ना ही इसमें भाग लेंगे। उन्होंने सभी व्यापरियों एवं ट्रांसपोर्टरओं को अपने व्यवसाय एवं सेवाओं को पूर्ववत सूचारू रूप से संचालित करने की अपील की है।

सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन ने भी नहीं दिया समर्थन
इसी तरह छत्तीसगढ़ सीमेंट ट्रांसपोर्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अंजय शुक्ला ने भी कांग्रेस के आर्थिक नाकेबंदी के समर्थन से इंकार किया है। उन्होंने कहा की छत्तीसगढ़ ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन किसी भी आर्थिक नाकेबंदी का समर्थन नहीं करता। तेजी से विकसित होती अर्थव्यवस्था में ऐसे किसी भी नाकेबंदी का विपरीत प्रभाव पड़ता है। सारा कार्य व्यापार ठप्प हो जाता है। ऐसे किसी भी नाकेबंदी की सबसे अधिक मार रोज कमाने खाने वाले श्रमिक वर्गों पर पड़ता है। गाड़ियों के ड्राइवर और परिचालक आदि को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए ट्रांसपोर्टर संघ ऐसे किसी भी बंद का समर्थन नहीं करता। छत्तीसगढ़ बल्ककर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन और भिलाई ट्रक टैलर एसोसिएशन ने भी बंद के समर्थन से इंकार किया है।

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