पंचायत कर्मचारियों से मारपीट: जांच समिति के गठन और एसपी के आश्वासन के बाद न्याय यात्रा स्थगित, पंचायत कार्य ठप

Police beat up Panchayat employees
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पुलिस ने की पंचायत कर्मचारियों से मारपीट

बीजापुर के कुटरू थाना क्षेत्र में एसडीओपी और उनके सुरक्षा कर्मियों पर तकनीकी सहायक और पंचायत सचिव से मारपीट के आरोप लगे हैं।

गणेश मिश्रा - बीजापुर। कुटरू थाना क्षेत्र में उपविभागीय पुलिस अधिकारी (एसडीओपी) कुटरू और उनके सुरक्षा कर्मियों द्वारा तकनीकी सहायक एवं पंचायत सचिव के साथ मारपीट का गंभीर मामला सामने आया है। इस घटना ने प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मचा दिया है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बीजापुर कलेक्टर संबित मिश्रा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन सदस्यीय जांच समिति का किया है।

ऐसे हुई थी घटना
घटना उस वक्त की है, जब तकनीकी सहायक संतोष कुंजाम (भैरमगढ़) एवं ग्राम पंचायत उसकापटनम के सचिव बाबू राव पुलसे, पंचायत के निर्माण कार्यों का निरीक्षण कर लौट रहे थे। लौटते समय सड़क पर वाहन को साइड न देने को लेकर एसडीओपी कुटरू एवं उनके सुरक्षा कर्मियों द्वारा दोनों अधिकारियों के साथ कथित रूप से दुर्व्यवहार और मारपीट की गई।

कलेक्टर कार्यालय द्वारा जारी आदेश के अनुसार, इस मामले की जांच हेतु गठित समिति में तीन अधिकारी शामिल हैं -

भूपेन्द्र कुमार अग्रवाल, अपर कलेक्टर, बीजापुर – अध्यक्ष
युलेडन यार्क, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, बीजापुर – सदस्य
विकास सर्वे, अनुविभागीय अधिकारी (रा.), भैरमगढ़ – सदस्य

प्रशासन ने दिए निष्पक्ष जांच के संकेत
इस मामले में कर्मचारी संगठनों द्वारा 2 जून को प्रस्तावित न्याय यात्रा फिलहाल स्थगित कर दी गई है। यह निर्णय जिला प्रशासन द्वारा गठित जांच समिति तथा पुलिस अधीक्षक के द्वारा दिए गए लिखित एवं मौखिक आश्वासन के बाद लिया गया। रविवार सुबह पुलिस अधीक्षक ने कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन, सचिव संघ, मनरेगा महासंघ समेत अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों से चर्चा कर दो दिन के भीतर निष्पक्ष और तथ्यपरक जांच के बाद वैधानिक कार्यवाही का भरोसा दिलाया। इसी के चलते संगठनों ने न्याय यात्रा को अस्थायी रूप से स्थगित करने का निर्णय लिया।

न्याय मिलने तक पंचायत के सभी कार्य बंद
पुलिस अधीक्षक के आश्वासन के बावजूद कर्मचारी संगठनों ने स्पष्ट किया है कि, जब तक पीड़ित कर्मचारियों को न्याय नहीं मिलता, तब तक पंचायत विभाग के समस्त विकास कार्य पूर्णतः बंद रहेंगे। इस निर्णय पर पंचायत सचिव संघ, मनरेगा संघ और रोजगार सहायक संघ ने सर्वसम्मति से अपनी मुहर लगाई है।

कलम बंद, काम बंद आंदोलन जारी रहेगा
संगठनों का कहना है कि, घटना को तीन दिन बीत जाने के बावजूद एसडीओपी बृज किशोर यादव के विरुद्ध कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है, जिससे कर्मचारियों में गहरा असंतोष एवं भय का माहौल बना हुआ है। कर्मचारी संगठनों ने चेतावनी दी है कि, जब तक दोषी अधिकारी पर ठोस कार्रवाई नहीं होती, तब तक 'काम बंद - कलम बंद' आंदोलन जारी रहेगा।


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