तोमर परिवार की महिलाओं की गुंडई: यू -ट्यूबर के साथ की मारपीट, कैमरा तोड़ डाला, पुलिस ने रूबी की पत्नी शुभ्रा को हिरासत में लिया

वीरेंद्र सिंह तोमर की पत्नी शुभ्रा सिंह को लिया गया हिरासत में।
रायपुर। सूदखोरी के नाम से खौफ का पर्याय बन चुके वीरेंद्र तोमर, उसके भाई रोहित तोमर को पुलिस अब तक तलाश नहीं कर पाई है। सूदखोरी की आड़ में जबरन वसूली करने के आरोप में पुलिस ने दोनों तोमर भाइयों के भतीजे के साथ उनकी पत्नियों को भी आरोपी बनाया है। इसी मामले में पुलिस ने वीरेंद्र की पत्नी को गुरुवार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया। वीरेंद्र की पत्नी शुभ्रा को पुरानी बस्ती थाने की पुलिस जब हिरासत में लेने के लिए गई, तब तोमर के गुर्गों ने पुलिस के साथ हुज्जतबाजी की। इस दौरान महिला पुलिस ने शुभ्रा को धकियाते हुए पुलिस गाड़ी में बैठाया।
पुलिस ने मंगलवार देर शाम तोमर के दो करीबी ऋषभ सिंह तथा रवींद्र सिंह के निवास पर छापे की कार्रवाई की थी। छापे की कार्रवाई में दोनों सहयोगियों के निवास से पुलिस ने तोमर भाइयों से जुड़े करोड़ों की प्रापर्टी के दस्तावेज के साथ सोने-चांदी के जेवर जब्त किए थे। बताया जा रहा है, पुलिस इसी सिलसिले में पूछताछ करने वीरेंद्र तथा रोहित की पत्नी से पूछताछ करने उसके निवास पहुंची थी। निवास में हंगामा होते देख पुलिस ने वीरेंद्र की पत्नी को हिरासत में लिया है।
शुभ्रा सिंह को हिरासत में लेने पहुंचे पुलिसकर्मियों के साथ गेट पर ही बहसबाजी।
यू-ट्यूबर से मारपीट, दो गिरफ्तार
यू-ट्यूबर के मारपीट करने के मामले में पुलिस ने वीरेंद्र तोमर के मीडिया मैनेजर तथा करणी सेना महिला विंग अध्यक्ष को गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार महिला यू-ट्यूबर तथा उसके कैमरामैन के साथ मारपीट करने तथा बंधक बनाने के आरोप में प्रभंजन सिंह तथा संगीता सिंह को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में संगीता सिंह अपने आपको करणी सेना महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया है।
यू-ट्यूबर के साथ मारपीट
पुलिस के थाना पहुंचने के पहले तोमर के निवास पर एक महिला यू-ट्यूबर तथा उनका कैमरामैन कवरेज करने पहुंचे थे। इस दौरान तोमर के गुर्गों ने महिला यू-ट्यूबर तथा उसके कैमरामैन के साथ मारपीट करते हुए उनका कैमरा तोड़ दिया।
नकली जेवर देने का आरोप
वीरेंद्र तथा रोहित तोमर द्वारा गिरवी के दौरान बंधक बनाकर रखे गए ओरिजनल सोने के जेवर के बदले गिरवी छुड़ाने पर नकली जेवर देने के आरोप हैं। इस संबंध में एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने शिकायतकर्ताओं द्वारा थाने में शिकायत दर्ज कराए जाने के बाद कार्रवाई करने की बात कही है। वीरेंद्र तथा रोहित द्वारा प्रताड़ित किए गए कई ऐसे हैं, जो अब भी थाने में शिकायत दर्ज कराने जाने से डर रहे हैं। एसएसपी ने शिकायत दर्ज कराने वालों को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है