ननों की गिरफ़्तारी के खिलाफ संसद भवन के सामने प्रदर्शन: अनेक सांसदों के साथ प्रियंका गांधी भी हुईं शामिल

संसद भवन परिसर में प्रदर्शन करते हुए कांग्रेस सांसद
रायपुर। छत्तीसगढ़ में गिरफ्तार नन मामले को लेकर संसद भवन परिसर दिल्ली में विपक्षी नेता प्रदर्शन किया। प्रियंका गांधी वाड्रा समेत अन्य कांग्रेस सांसद प्रदर्शन में शामिल है। कांग्रेस संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल समेत केरल के सांसदों ने भी प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी ने दुर्ग में गिरफ्तार हुई नन को रिहा करने की मांग की है।
वहीं वाम नेता और पूर्व सांसद ब्रिंदा करात दुर्ग जेल पहुंची हैं। गिरफ्तार दोनों नन से मुलाक़ात कर रही है। दोनों नन धर्मान्तरण मामले मे दोनों जेल में बंद है मंगलवार को समय नहीं मिलने पर ब्रिंदा दोबारा जेल पहुंची हुई है। इस दौरान उन्होंने सरकार पर गलत कार्रवाई का आरोप लगाया है।
#WATCH | Delhi | On the arrest of two Kerala nuns in Chhattisgarh on charges of trafficking and religious conversion, Congress MP Priyanka Vadra says, "Some nuns were ill-treated, accused of things they didn't do. They were manhandled and taken away by the police in Chhattisgarh.… pic.twitter.com/cwjJHtYV7y
— ANI (@ANI) July 30, 2025
हिबी ईडन ने दिया था स्थगन प्रस्ताव
वहीं कांग्रेस सांसद हिबी ईडन ने लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। जिसमें उन्होंने घटना पर सदन में चर्चा की मांग की है। उन्होंने कहा- ननों के खिलाफ अवैध गिरफ्तारी कर उन पर मनगढ़ंत आरोप लगाया जा रहा है। यह भीड़ हिंसा का हिस्सा है जो धार्मिक स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्षता और कानून के शासन के मूलभूत सिद्धांतों पर हमला है।
अल्पसंख्यकों को किया जा रहा परेशान
ओडिशा के सांसद सप्तगिरी शंकर उल्का ने हरिभूमि INH 24*7 से बातचीत की थी। उन्होंने कहा था कि, घटना ह्यूमन ट्रैफिकिंग और धर्मांतरण से जोड़कर बताई जा रही है। ऐसी घटना नहीं है, वे दोनों आगरा के मेडिकल कॉलेज में काम करतीं हैं। दोनों ईसाई समाज की हैं, इसलिए उन्हें परेशान किया जा रहा है। इंडिया गठबंधन की ओर से फैक्ट फाइंडिंग कमेटी बनाई गई है। सांसद सप्तगिरी शंकर उल्का ने आगे कहा- हम पूरे मामले में जांच करेंगे, रिपोर्ट गठबंधन के सामने रखेंगे। अल्पसंख्यकों को BJP शासित राज्यों में परेशान किया जा रहा है। इस मुद्दे को हम संसद में भी उठाएंगे, यह बेहद गंभीर मामला है।
