पूरा हुआ शहीद के परिवार का संघर्ष : शहीद बेटे खिलानंद साहू के नाम पर बस स्टैण्ड का रखा गया नाम

Shaheed Khilanand Sahu Bus Stand
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शहीद खिलानंद साहू बस स्टैण्ड
महाविद्यालय, विद्यालय या प्रतीक्षा बस स्टैंड में से किसी एक का नाम शहीद बेटे के नाम पर रखने के लिए परिवार ने लंबा संघर्ष किया। अब जाकर उनकी मांग पूरी हुई। अब खरोरा बस स्टैण्ड की पहचान शहीद खिलानंद साहू बस स्टैण्ड के नाम से होगी।

सूरज सोनी-खरोरा। लोकसभा निर्वाचन 2004 के दौरान खरोरा का जवान खिलानंद साहू कोटा दंतेवाड़ा बस्तर में सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात किया गया था। नक्सल मुठभेड़ में वह शहीद हो गया। उस वक्त उनकी शादी को महज 11 महीने ही हुए थे इस वजह से उनकी कोई संतान भी नहीं थी। तब से उनके परिवार के लोग शोक में हैं। समय-समय पर छत्तीसगढ़ शासन के द्वारा उचित सम्मान और प्रशस्ति पत्र उन्हें मिलते रहे। लेकिन उनकी मां और भाई ने शासन से मांग रखी थी कि, जवान खिलानंद साहू के नाम पर महाविद्यालय, विद्यालय या प्रतीक्षा बस स्टैंड में से किसी एक का नाम रखा जाए। जिससे कि, उनका नाम अमर हो जाए और लोग उन्हें याद रखें।

martyr khilanand sahu

शहीद खिलानंद साहू की मां श्यामवती साहू और उनके छोटे भाई मुकेश साहू पिछले कई वर्षों से शासन से मांग कर रहे हैं कि, अमर जवान खिलानंद साहू के नाम पर महाविद्यालय, विद्यालय या प्रतीक्षा बस स्टैंड में से किसी एक का नाम रखा जाए। लेकिन पिछली सरकार के बड़े नेताओं ने इस मांग को अनसुना कर दिया।

नगर पंचायत के अध्यक्ष ने शुरू की नई परंपरा

वहीं नगर पंचायत खरोरा के अध्यक्ष अनिल सोनी ने 15 अगस्त और 26 जनवरी के साथ अन्य कार्यक्रमों पर सबसे पहले शहीद की समाधि स्थल जाकर पुष्पांजलि अर्पित कर फिर अन्य गतिवीधियों में शामिल होने का फैसला लिया। इसके बाद खरोरा के अन्य निवासी भी इसका अनुसरण करने लगे। बस स्टैंड का नाम शहीद खिलानंद साहू के नाम पर रखने के लिए नगर पंचायत खरोरा अध्यक्ष और पार्षदों ने एकजुट होकर शासन को प्रस्ताव भेजा। लेकिन शासन की ओर से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।

बस स्टैण्ड की पहचान शहीद के नाम

खरोरा के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा इस दौरान छत्तीसगढ़ शासन में सत्ता परिवर्तन हुआ और विष्णु देव साय प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए। अब की बार सीएम साय से मुलाकात कर इस विषय को रखा गया। इसके बाद सीएम साय ने इस प्रस्ताव मंजूरी दे दी। वहीं प्रधानमंत्री कार्यालय भारत सरकार से भी निर्देश मिले। अब बस स्टैण्ड खरोरा को शहीद खिलानंद साहू बस स्टैण्ड के नाम से जाना जाएगा।

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