रेत माफिया से लोग परेशान : एमपी से आकर मवई नदी का सीना चीर रहे माफिया की गुंडागर्दी, SDM दफ्तर पहुंचे ग्रामीण

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ट्रैक्टर पर सवार होकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीण
ग्रामीण ट्रैक्टर में सवार होकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे। वहां पर उन्होंने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर अवैध रेत उत्खनन और परिवहन रोकने की मांग की।

रविकांत सिंह राजपूत- मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ में प्रभु श्रीराम के चरण जिस मवई नदी को पार कर पड़े थे उसी मवई नदी से अवैध रेत उत्खनन कर रहे माफियाओं की दबंगई का वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है।

मवई नदी के पास ग्राम हरचोका से अवैध रेत परिवहन का विरोध कर रहे ग्रामीणों से रेत माफिया दबंगई पर उतारू हैं। ग्रामीण अवैध रेत परिवहन का वीडियो बना रहे हैं तो उनके मोबाइल को छीनने का प्रयास किया जा रहा है। वायरल वीडियो में महिलाओं और ग्रामीणों के साथ रेत माफिया की गुंडागर्दी साफ तौर पर देखी जा सकती है।

आप पार्टी जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में एसडीएम कार्यालय पहुंचे ग्रामीण

अवैध रेत उत्खनन और परिवहन का विरोध करते हुए हरचोका क्षेत्र के ग्रामीण आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष रमाशंकर मिश्रा के नेतृत्व में ट्रैक्टर पर सवार होकर जनकपुर एसडीएम कार्यालय पहुंचे और अवैध रेत उत्खनन को बंद करने की मांग की।

ग्रामीणों ने एसडीएम को बताई समस्या

इस मामले में ग्रामीणों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपते हुए बताया कि, मवई नदी ग्राम हरचोका से होकर जाती है, जिस पर रेत उत्खनन माफिया अवैध तरीके से रेत निकाल कर परिवहन कर रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि, उनके खेत मवई नदी से लगे हुए हैं और सिंचाई के लिए नदी के पानी पर ही निर्भर हैं। रेत उत्खनन के कारण पानी का स्त्रोत कम होने पर गोहूं की बोवाई नहीं हो पाती और फसल बर्बाद हो जाती है। किसानों के ट्यूबवेल और कुएं का पानी भी सूख गया है।

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रेत उत्खनन बंद कराने की मांग

माफियाओं को रेत उत्खनन और परिवहन के लिए रोकने पर वे जान से मारने की धमकी देते हैं। ग्रामीणों ने एसडीएम से कहा कि, अगर रेत उत्खनन और परिवहन पर रोक न लगाई गई तो हम सब अन्न-शन्न हड़ताल करने पर विवश हो जाएंगे। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि, अगर माफिया ग्रामीणों को नुकसान पहुंचाते हैं तो इसकी जवाबदेही प्रशासन की होगी।

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