धान घोटाला : 770 बोरियों में भर दिया मिट्टी, भूसी और रेत  

Seva Sahakari Samiti Malhar, Paddy scam , Chhattisgarh News In Hindi , Bilaspur, Food Department, C
X
सेवा सहकारी समिति मल्हार में 2 करोड़ की धान की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यहां के प्रबंधक एवं डाटा एण्ट्री ऑपरेटर ने मिलकर साढ़े 7 हजार क्विंटल धान गायब कर दिया। 

बिलासपुर। सेवा सहकारी समिति मल्हार में 2 करोड़ की धान की गड़बड़ी का मामला सामने आया है। यहां के प्रबंधक एवं डाटा एण्ट्री ऑपरेटर ने मिलकर साढ़े 7 हजार क्विंटल धान गायब कर दिया। यही नहीं 770 के करीब बोरियों में भूसी और रेती डाल दिया है, जिससे की बोरियां धान से भरी लग सकें। शिकायत के बाद मामले की जांच कराई गई। खाद्य निरीक्षक मस्तुरी के जांच प्रतिवेदन में शिकायत सही पाई गई। कलेक्टर अवनीश शरण ने मामले में उप पंजीयक सहकारी समिति बिलासपुर को धान खरीदी प्रभारी संतू कुमार यादव एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर देवेन्द्र बंजारे के खिलाफ एफआईआर कराने कहा है।

मल्हार समिति में बड़ा घोटाला सामने आया है। लगातार शिकायत मिल रही थी कि इस समिति के प्रबंधक और आपरेटर मिलकर किसानों द्वारा बेचे गए धान को बाजार में अधिक दामों पर बेच रहे हैं। कलेक्टर अवनीश शरण ने जांच के लिए खाद्य, सहकारिता, विपणन एवं बैंक शाखा मल्हार की संयुक्त जांच दल बनाई। जांच टीम ने धान उपार्जन केन्द्र मल्हार पहुंचकर 13 फरवरी 2025 को जांच की। जांच में पाया गया कि मल्हार के प्रबंधक एवं डाटा एण्ट्री ऑपरेटर ने मिलकर पूरी गड़बड़ी को अंजाम दिया है।

18 हजार 759 बोरी धान गायब

संयुक्त जांच टीम जब मौके पर पहुंची तो किसानों द्वारा बेचे गाए धान का भौतिक सत्यापन किया गया है। इसके लिए स्टाक मिलान किया गया। अधिकारियों के मुताबिक मल्हार केन्द्र में 23 हजार 256 बोरी धान होनी चाहिए था, लेकिन मौके पर 5267 बोरी धान ही पाया गया। जबकि 18 हजार 759 बोरी धान गायब था। इसमें भी धान उपार्जन केन्द्र मल्हार में प्राप्त 5267 धान की बोरियों में से 4497 बोरी में मानक मतलब कि किसानों द्वारा बेचा गया सही धान था। इसके अलावा 600 बोरी धान में भूसी और रेती भर दिया गया था तो 170 बोरी में धान व भूसी भरना पाया गया।

इसे भी पढ़ें... आदेश जारी : कस्टम मिलिंग घोटाले के आरोपियों को नहीं मिलेगी मिलिंग की बकाया प्रोत्साहन राशि

जांच टीम को गुमराह करने की कोशिश

इस पूरे मामले में यह भी जानकारी मिल रही है कि शिकायत के लिए जांच टीम पहुंचने की जानकारी सेवा सहकारी समिति मल्हार के प्रबंधक एवं डाटा एण्ट्री आपरेटर को एक दिन पहले ही मिल गई थी। इसलिए उसने जांच टीम को गुमराह करने की पूरी कोशिश की। केन्द्र से गायब धान की पूर्ति तो इतनी जल्दी नहीं की जा सकती थी इसलिए धान के स्थान पर भूसी, रेत, मिट्टी मिश्रित भूसा बोरी में भरकर धान की बोरियों के बीच में रख दिया। इसके साथ ही ऑनलाइन रिकार्ड में प्रदर्शित 443 नग नए बारदाने भौतिक सत्यापन में जांच टीम को नहीं मिले।

16 व्यापारियों से 577 क्विंटल धान जब्त

इसके साथ ही बिलासपुर तहसील के अंतर्गत 16 व्यापारियों के यहां से 577 क्विंटल अवैध धान जब्त किया गया। इस मामले में जिन व्यापारियों के विरुद्ध मंडी अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई उनके नाम हैं- शत्रुघ्न साहू सेंदरी, किशन जायसवाल बेलतरा, सुनील कश्यप बसहा, धनेश्वर कश्यप सलका, त्रिलोकचंद साहू बैमा, रामकृष्ण यादव बरतोरी, शत्रुहन प्रसाद दगौरी, कृष्णा धान भंडार चकरभाठा, सुरेश धान भंडार चकरभाठा, साधराम नेवसा, पिंटु ट्रेडर्स सेलर, रूपचंद किराना स्टोर्स बिल्हा, सोबुराम पटेल मगर उछला, रामकृष्ण कश्यप सलका, ईश्वर साहू बिरकोना एवं त्रिलोकचंद साहू बैमा शामिल हैं।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo
Next Story