भुरसी डोंगरी में लगी कृषि चौपाल : वैज्ञानिकों ने किसानों को मखाना की खेती और सरकारी योजनाओं की दी जानकारी

गोपी कश्यप- नगरी। विकासखंड नगरी के ग्राम भुरसी डोंगरी में शनिवार को कृषि एवं समवर्ती विभाग, धमतरी द्वारा कृषि चौपाल का आयोजन किया गया। इस अवसर पर किसानों को कृषि क्षेत्र में नवीनतम तकनीकों, योजनाओं और संसाधनों की जानकारी देकर उन्हें आत्मनिर्भर एवं समृद्ध बनाने के उद्देश्य से विभिन्न विभागों द्वारा जानकारी साझा की गई।
कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र (KVK) धमतरी और कृषि एवं उद्यानिकी विभाग के विशेषज्ञों ने अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं एवं कार्यों की विस्तार से जानकारी दी। कृषि वैज्ञानिकों ने विशेष रूप से मखाना की खेती की तकनीक, संभावनाओं और बाजार मांग पर प्रकाश डाला। इसके अलावा किसानों को कृषि यंत्रों पर मिलने वाली सब्सिडी, उन्नत बीजों, जैविक खेती, और मृदा परीक्षण जैसे विषयों पर भी जागरूक किया गया।
सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर खेती करें किसान
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में धमतरी जिला पंचायत अध्यक्ष अरुण सार्वा उपस्थित रहे। उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकारी योजनाओं का लाभ उठाकर किसान आधुनिक तकनीक से खेती करें, जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके। उन्होंने फसल चक्र अपनाने, दलहन फसलों जैसे चना, मूंग और अरहर की खेती को प्रोत्साहित करने तथा छत्तीसगढ़ की जलवायु के अनुसार फसल चयन करने का सुझाव दिया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य गरिमा नेताम, जनपद सदस्य मौसमी मंडावी, ग्राम सरपंच नीलांबर सूर्यवंशी, उत्कृष्ट किसान और ग्रामीण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। किसानों ने भी अपने अनुभव साझा किए और पशुपालन, मत्स्य पालन एवं बहु-आयामी कृषि के विषय में उपयोगी सुझाव दिए।
खेती को व्यवसाय बनाकर आर्थिक रूप से बने मजबूत
इस कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को आधुनिक खेती के तौर-तरीकों, सरकारी योजनाओं तथा तकनीकी सहायता के बारे में जानकारी देना था। ताकि, वे खेती को एक लाभकारी व्यवसाय के रूप में अपनाकर आर्थिक रूप से मजबूत बन सकें। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों ने किसानों को योजनाओं से जुड़ने, प्रशिक्षण लेने और आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी। चौपाल का समापन किसानों की जिज्ञासाओं के समाधान एवं योजना आवेदन प्रक्रिया की जानकारी के साथ हुआ।
