मानपुर में वर्दी शर्मसार : फौजी परिवार से ज्यादती, रिश्वतखोर थाना प्रभारी और प्रधान आरक्षक सस्पेंड

Mohla, Corrupt police station in-charge suspended, Head constable suspended, Excesses army family
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चिल्हाटी थाना- जिला राजनांदगांव
मोहला मानपुर में थाना प्रभारी और प्रधान आरक्षक को कारगिल युद्ध में लड़े फौजी परिवार को झूठे आरोप में फंसाकर थाने में रखने की वजह से निलंबित कर दिया गया।

मोहला मानपुर। छत्तीसगढ़ के मोहला मानपुर में अंबागढ़ चौकी जिले के चिल्हाटी थाना प्रभारी और प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया गया है। थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया के उपर महाराष्ट्र के एक फौजी परिवार के साथ कथित ज्यादती करने और रिश्वत लेने का आरोप है। आईजी अभिषेक शांडिल्य के निर्देश पर एसपी वाईपी सिंह ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है। वहीं पिड़ितों पर मामला दबाने को लेकर दबाव बनानें वाले प्रधान आरक्षक राजेश्वर बोगा को भी निलंबित कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि, चिल्हाटी थाना प्रभारी ने महाराष्ट्र के रहने वाले फौजी परिवार को कथित मवेशी तस्करी की आशंका पर रातभर थाने में बिठाया। सुबह गरीब किसान बैल मालिक, पिकअप वाहन मालिक और कारगिल युद्ध में लड़े फौजी के बड़े भाई से एक लाख से ऊपर कि रिश्वत भी ली गई। महाराष्ट्र गढ़चिरौली के गांव खुनारा के रहने वाले पीडि़त परिवार का फौज से वास्ता रहा है। आईजी ने मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद एसपी को थाना प्रभारी और मामले में लिप्त खाकी को शर्मसार करने वाले लोगों पर निलंबन की कार्रवाई करने का आदेश दिया। बता दे कि, एसडीओपी नेहा पवार को थाना प्रभारी के खिलाफ लगे आरोपों की जांच करने का जिम्मा भी सौंपा गया है।

जानें क्या था पूरा मामला
फौजी परिवार ने भड़सेना पंचायत के आश्रित गांव कोलिहाटोला के रहने वाले रामकुमार सलामे से किसानी के लिए एक जोड़ी बैल खरीदा था। 20 अप्रैल को फौजी चतुर सिंधराम का बड़ा भाई मधुर सिंधराम बैल खरीदकर चिल्हाटी क्षेत्र के देवदास साहू के मालवाहक पिकअप वाहन cg 08aj5941 में मवेशी लेकर वापस लौट रहे थे। इसी बीच चिल्हाटी थाना के सामने देर शाम आबकारी चेकपोस्ट में मवेशी तस्करी के नाम पर मालवाहक को रोका गया। पिड़ितों के द्वारा जानकारी देने के बावजूद भी थाना प्रभारी के निर्देश पर सभी को थाना में रात भर भूखें प्यासे रखा गया। सुबह इसके एवज में थाना प्रभारी और स्टॉफ द्वारा मोटी रकम लेकर छोड़ा गया।

पुलिस के चंगुल के बीच गांव में मधुर सिंधराम की मां की हो गई मौत
इधर पुलिस के चंगुल के बीच मधुर सिंधराम की मां की अगले दिन 21 अप्रैल को मौत हो गई। किसी तरह मिन्नत कर वह थाना से गांव पहुंचा। पुलिस को रिश्वत दी और ले देकर पुलिस के चंगुल से छुटते ही अपने मां के अंतिम संस्कार में वह शामिल हो पाया। इस बीच मामला सार्वजनिक हो गया, मामला सामने आने के बाद अभिषेक शांडिल्य आईजी राजनांदगांव रेंज ने एसपी को सीधे निलंबित करने के निर्देश दिए है। साथ ही रविशंकर डहरिया के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है।

रिश्वत कि रकम लौटाई गई वापस
पीड़ितों पर बेहद दबाव का मामला उजागर होने के बाद थाना प्रभारी रवि शंकर डहरिया समेत चिल्हाटी थाने मे तैनात पुलिस बल रिश्वत कि रकम वापस लौटाने महाराष्ट्र के नक्शल वांछित क्षेत्र में भी पहुंच गए। इसके अलावा पीड़ितों को कुछ ना बताने को कहे जाने और मामले में चुप्पी साधे रहने की खबर मिल रही है। थानेदार का असामाजिक गतिविधियों को समर्थन और रिश्वत कांड उजागर होने से पहले बीते सप्ताह चिल्हाटी के सैकड़ो महिला, पुरुष, युवा, ग्रामीणों ने गांव में बिक रहे अवैध शराब के खिलाफ लामबंद होते हुए चिल्हाटी थाने का घेराव किया था। थाना प्रभारी रवि शंकर डहरिया के संरक्षण में क्षेत्र के भीतर असामाजिक गतिविधियां बड़े पैमाने पर संचालित हो रही है।

थाना प्रभारी के अपराधों का रिकॉर्ड
जांच मे घोटाले की आशंका पर मोहला मानपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक इंद्र शाह मंडावी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि, थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया के खिलाफ कई मामले सामने आते रहे है। परंतु विभागीय अफसरों के प्रिय होने के कारण वह अब तक वर्दी के पीछे मनमानी करता रहा है। महाराष्ट्र से जुड़े रिश्वत कांड के मामले में खबरों के हवाले से आईजी से उन्होंने मांग की है कि, राजनांदगांव के अलग पुलिस टीम से पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।

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