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खारुन पैलेस के पास पीएचई का पुराना चैंबर फूटने से लाखों लीटर गटर का पानी खारुन नदी में सीधे जा रहा है। इससे आम जनता की सेहत दांव पर लगी हुई है। 

रायपुर। शहर की लाइफ लाइन कहे जाने वाली खारुन नदी को गटर से निकला गंदा पानी दूषित कर रहा है। खारुन पैलेस के पास पीएचई का पुराना चैंबर  फूटने से लाखों लीटर गटर का पानी खारुन नदी में सीधे जा रहा है। इससे आम जनता की सेहत दांव पर लगी हुई है। हरिभूमि में यह खबर प्रमुखता से प्रकाशित होने के बाद अमृत मिशन के अधिकारी बुधवार को पीएचई के अधिकारियों के साथ स्पॉट पर पहुंचे और उन्होंने महादेवघाट पुल के पास खारुन से गुजरने वाली सीवरेज लाइन लीकेज की पड़ताल की। जांच के दौरान यह पता चला कि पीएचई के पुराने जर्जर चैंबर से गटर का गंदा पानी खारुन में तेज प्रवाह के साथ मिल रहा है। इस पुराने चैंबर को अब बंद कराया जायेगा। 

राजधानी सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों के 17 बड़े नाला-नालियों का गंदा पानी खारुन में सीधे गिरने से बचाने नगर निगम ने अमृत मिशन के तहत कारा और चंदनीडीह में करोड़ों रुपए खर्च कर गंदे पानी को शुद्ध करने सीवरेज ट्रीटमेंट का निर्माण कराया है, ताकि जीवनदायिनी खारुन नदी को साफ रखा जा सके। 
चिंगरी नाला से महादेवघाट पुल के पास पाइप लाइन में लीकेज होने से गटर का पानी नदी के जल को दूषित कर रहा है। इससे राजधानी रायपुर की 15 लाख आबादी की सेहत दांव परलगी है। नगर निगम जोन 8 और अमृत मिशन के अधिकारियों को इसकी जानकारी दिये जाने के बाद भी महीनों से इसकी मरम्मत नहीं होने से रोजाना लाखों लीटर दूषित पानी खारुन नदी में मिल रहा है। खारून नदी से गुजरने वाली सीवरेज लाइन फटने की शिकायत के बाद बुधवार को अमृत मिशन के इंजीनियर और पीएचई के अधिकारी स्पॉट पर पहुंचे और सीवरेज लाइन फूटी होने के कारण की पड़ताल की। इस दौरान उन्होंने पाया कि नया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बनाने के दौरान अमृत मिशन के अधिकारियों ने पीएचई के पुराने चैंबर के ऊपर सीवरेज के लिए नई पाइप लाइन डाल तो दी, पर नीचे हिस्से के पुराने चैंबर को बंद नहीं कराया। 

महीनों से फाल्ट, अब तक दुरुस्त नहीं

सूत्रों के मुताबिक, चिंगरी नाला से महादेवघाट के पुल के पास नदी से गुजरी सीवरेज की पाइप लाइन में महीनों से तेज प्रवाह के साथ गटर का गंदा पानी खारून नदी में मिल रहा है। इसकी शिकायत वार्ड पार्षद बीरेन्द्र देवांगन ने जोन 8 के कमिश्नर अरुण ध्रुव सहित निगम मुख्यालय के अधिकारियों से भी की।इसके बाद स्पॉट पर आकर सीवरेज का गंदा पानी फूटने वाली जगह की पड़ताल नहीं की गई। मंगलवार को अमृत मिशन के अधिकारियों ने इसकी वस्तुस्थिति जानने स्थल निरीक्षण किया तो पता चला कि खारुन में सीवरेज का गंदा पानी पीएचई की पुराने पाइप लाइन फूटने के कारण बहकर जा रहा है। इसके बाद बुधवार को पीएचई के अधिकारियों के साथ जब लीकेज की जांच की, तो पुराना चैंबर से सीवरेज का पानी बहना पाया गया। अब निगम के अधिकारी इस पुराने चैंबर को बंद करायेंगे, क्योंकि चंदनीडीह के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट तक सीवरेज का गंदा पानी जाने के लिए वहां ऊपर से पाइप लाइन पहले ही काम कर रही है।

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