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लोकसभा चुनाव से ठीक पहले सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान छेड़ा है। मंगलवार को बीजापुर जिले में 11 नक्सली मारे गए हैं। इन्हें मिलाकर पिछले पखवाड़ेभर 40 से ज्यादा नक्सली मारे जा चुके हैं।  

गणेश मिश्रा-बीजापुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग में पिछले कुछ दिनों से लगातार जवानों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हो रही है। मंगलवार की सुबह 6 बजे से चल रहे एक बड़े मुठभेड़ में बीजपुर जिले के गंगालूर इलाके में 11 नक्सली मारे गए हैं। पुलिस CRPF और कोबरा बटालियन के जवानों के साथ नक्सलियों की मुठभेड़ खबर लिखे जाने तक जारी है। तीन और नक्सलियों के मारे जाने की संभावना है। 

बताया जा रहा है कि, सुरक्षा बलों की एक संयुक्त टीम एंटी नक्सल ऑपरेशन पर निकली हुई थी। इस दौरान गंगालूर, कोरचोली इलाके में नक्सलियों से मुठभेड़ हुई। अब तक की सूचना के मुताबिक इस मुठभेड़ में नौ नक्सली मारे गए हैं। वहीं मौके पर से एक AK47 और एक इंसास LMG हथियार बरामद किया गया है। 

अलग-अलग मुठभेड़ में अब तक 44 नक्सली मारे जा चुके
 
बीजापुर सहित बस्तर के सात अलग-अलग इलाकों में हुए मुठभेड़ में अब तक 33 नक्सली मारे जा चुके थे। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, इस मुठभेड़ के साथ अब मारे जा चुके नक्लियों की संख्या 44 हो चुकी है।

लोकसभा चुनाव प्रभावित करने की कोशिश में नक्सली

उल्लेखनीय है कि, बीजापुर जिला बस्तर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इस बार पहले चरण का मतदान बस्तर में 19 अप्रैल को होना है। ऐसे में नक्सली चुनाव प्रभावित करने की फिराक में लगे हुए हैं। वहीं जवानों का एंटी नक्सल ऑपरेशन भी जारी है, जिसके तहत लगातार कार्रवाई की जा रही है।

नक्सलियों के पास घातक हथियारों की बरामदगी चिंताजनक : गृहमंत्री

छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा है कि, कोरचोली के जंगलों में फ़ोर्स और नक्सली मुठभेड़ में आठ नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है। उनके मुताबिक मारे जाने वाले नक्सलियों की संख्या और बढ़ सकती है। श्री शर्मा ने बताया कि, नक्सलियों के पास LMG हथियार मिला है। ऐसे हथियार का नक्सलियों के पास होना चिंतनीय विषय है। ये हथियार कहां से नक्सलियों के पास आया है, क्या करना चाहते हैं नक्सली, उनके पास हथियार कहां से आते हैं। इसकी जाँच होगी। समाज के बीच से ही कोई इस तरह से काम करता है।

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