बिलासपुर। बिलासपुर में एबार्शन के दौरान तबीयत बिगड़ने से कॉलेज छात्रा की मौत हो गई। दरअसल, छात्रा का प्रेमी उसे अपने एक रिश्तेदार झोलाछाप डॉक्टर के पास ले गया। गर्भपात के दौरान युवती की तबियत बिगड़ गई। इसके बाद घबराए डॉक्टर ने उसे सिम्स अस्पताल भेज दिया। वहां पर इलाज के दौरान युवती ने दम तोड़ दिया। यह मामला जांजगीर-चांपा जिले के पामगढ़ थाना क्षेत्र का है।  

मिली जानकारी के अनुसार, 21 वर्षीय युवती बीएसपी फाइनल ईयर की छात्रा थी। उसकी दोस्ती कॉलेज में पढ़ने वाले दिलीप कश्यप से हुई। इसके बाद वे एक-दूसरे के नजदीक आ गए। इस दौरान युवती गर्भवती हो गई। जब उसने यह बात अपने प्रेमी को बताया तो उसने एबार्शन के लिए कहा। लोक लाज के डर से युवती भी इसके लिए तैयार हो गई।  

झोलाछाप ड़ॉक्टर के पास ले गया प्रेमी

प्रेमी दिलीप कश्यप ने 6 अप्रैल को उसे अकलतरा बुलाया। उसने युवती से कहा कि, पामगढ़ क्षेत्र के ग्राम ससहा में उसके चचेरे भाई-भाभी का एक क्लीनिक है। वहां पर उसकी बात हो गई है। युवती ने प्रेमी की बातों में आकर उसके भाई-भाभी से दवाइयां ले ली। दवाई लेते ही उसकी तबियत बिगड़ गई। घबरा कर झोलाछाप डॉक्टर और उसकी पत्नी ने उसे सिम्स भेज दिया। 

तबीयत बिगड़ने पर भी घंटों रोक रखा था 

गर्भपात की दवाई देने के बाद युवती की तबीयत बिगड़ने लगी। इसपर झोलाछाप डॉक्टर और उसकी पत्नी लगातार उसे दूसरी दवाईयां देने लगे। लेकिन इससे युवती की हालत सुधरने की जगह और बिगड़ने लगी। अलग-अलग दवाईयां देने के लिए उन्होंने युवती को घंटों अपने क्लीनिक में रोके रखा। अगर समय पर इलाज मिल जाता तो युवती की जान बच सकती थी। 

परीक्षा देने जाने की बात कहकर घर से निकली थी युवती

जब युवती की तबीयत बिगड़ने की बात उसके परिजनों तक पहुंची तो वे हैरान रह गए। जल्दबाजी में वे सिम्स अस्पताल पहुंचे। यहां पर उन्होंने बताया कि, बेटी परीक्षा देने की बात कहकर घर से निकली थी। जब देर शाम तक भी घर नहीं पहुंची तो परिजन उसे लगातार कॉल करते रहे। जब युवती की तबीयत बहुत ज्यादा बिगड़ी तब उन्हें इसकी जानकारी मिली।  

जांच के बाद होगी कार्रवाई

इधर सिम्स चौकी प्रभारी गुलाब सोनवानी ने बताया कि, युवती के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। परिजनों के बयान दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।