हाईवे से जंगली जानवरों को खतरा : राष्ट्रीय उद्यान के बाहर से बाइपास बनाकर सड़क डायवर्ट करने की उठी मांग

जीवानंद हलधर-जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित जगदलपुर इन दिनों टूरिज्म हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है। राष्ट्रीय उद्यान छत्तीसगढ़ के आलावा विदेशी पर्याटको के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जहां हर साल हजारों की संख्या में सैलानियों कि भीड़ देखने को मिल रही है। एक तरफ इस राष्ट्रिय उद्यान के बीचो बीच गुजर रहे नेशनल हाइवे से भारी वाहनों की आवाजाही से नेशनल पार्क के वन्य प्राणियों को भारी दिक्कतें आ रही हैं। यही कारण है कि अब राष्ट्रीय उद्यान से वन्य प्राणी विलुप्त होने की कगार पर पहुंच गए है।
डायरेक्टर ने जताई चिंता
इसे लेकर राष्ट्रीय उद्यान के डायरेक्टर ने चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय उद्यान के बीच से गुजर रही लगभग 6 किलोमीटर लंबी सड़क, जिस पर दिन रात बड़े वाहनों की आवाजाही के चलते आये दिन वन्यप्राणी चपेट में आ जाते हैं। जिससे उनकी मौत हो रही है। वहीं वाहनों की आवाजाही की वजह से वन्य प्राणियों कि शांति भी भंग हो रही है। उन्होंने आगे ये भी कहा कि अगर नेशनल हाइवे को बायपास से डायवर्ट कर दिया जाए तो पार्क के वन्य प्राणी सुरक्षित हो सकेंगे। इसके लिए राष्ट्रीय उद्यान के डायरेक्टर ने एनएच विभाग को पत्र भी लिखा है।
एनएच अधिकारी ने कहा
वहीं एनएच अधिकारी का कहना है कि नेशनल पार्क के डायरेक्टर से चर्चा जरुर हुई है, लेकिन उनके द्वारा भेजा गया पत्र अभी तक विभाग को नहीं मिला है। उन्होंने ये भी कहा है कि अगर इस तरह की दिक्कतें आ रही हैं तो नेशनल हाइवे को डायवर्ट करने के लिए बड़े स्तर पे चर्चा की जाएगी।
