सुशासन तिहार : राजनांदगांव कलेक्टर बोले- 84 हजार से ज्यादा आवेदन निपटाए गए, जनसेवा महाभियान का अंतिम चरण 5 मई से

राजनांदगांव। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव में कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने शनिवार 3 मई को सुशासन तिहार 2025 के संबंध में पत्रकार-वार्ता ली। यह आयोजन कलेक्टोरेट सभाकक्ष में हुआ। इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार राज्य में सुशासन की स्थापना को लेकर लगातार प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। शासन-प्रशासन के हर स्तर पर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शासकीय कार्यों में पारदर्शिता आए, योजनाओं और कार्यक्रमों का प्रभावी क्रियान्वयन हो और इनका लाभ उन जरूरतमंद वर्गों तक समयबद्ध ढंग से पहुंचे,जिनके लिए योजनाएं बनाई गई हैं।
इसी कड़ी में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की मंशा के अनुरूप राज्य में सुशासन तिहार-2025 का आयोजन किया जा रहा है। सुशासन तिहार का उद्देश्य आम जनता की समस्याओं का समयबद्ध समाधान, शासकीय योजनाओं की समीक्षा और निगरानी, विकास कार्यों में तेजी लाना और जनता, जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों के साथ सीधा संवाद स्थापित करना है।
कुल 84 हजार 129 आवेदनों का किया गया निराकरण
सुशासन तिहार 2025 का आयोजन तीन चरणों में किया जा रहा है। पहला चरण 8 अप्रैल से 11 अप्रैल तक आयोजित हुआ। जिसमें आम जनता से उनकी समस्याओं और मांगों से संबंधित आवेदन प्राप्त किए गए हैं। आवेदन समाधान पेटी, शिविर और ऑनलाईन पोर्टल के माध्यम से लिए गए हैं। आवेदन प्राप्त करने के लिए समाधान पेटी की व्यवस्था जिला और विकासखण्ड मुख्यालय स्तर पर की गई थी। हाट बाजारों में भी आवेदनों का संग्रह किया गया है। राजनांदगांव जिले में कुल 1 लाख 27 हजार 659 आवेदन प्राप्त हुए हैं। जिसमें मांग से संबंधित 1 लाख 24 हजार 202 और शिकायत से संबंधित 3 हजार 357 है आवेदन है। इसमें कुल 84 हजार 129 आवेदनों का निराकरण किया गया है।
सुशासन की स्थापना को लेकर सरकार लगातार प्रतिबद्धता के साथ कर रही कार्य
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि, सुशासन तिहार के दूसरे चरण में प्राप्त आवेदनों को स्कैन कर सॉफ्टवेयर में अपलोड कर संबंधित विभाग,जनपद और नगरीय निकाय के अधिकारियों को ऑनलाइन और भौतिक रूप से भेजकर उनके गुणवत्तापूर्ण निराकरण की कार्रवाई की जा रही है। मांग से संबंधित आवेदनों को बजट की उपलब्धता के आधार पर निराकृत किया जा रहा है। आवेदनों के निराकरण की गुणवत्ता की समीक्षा जिला और राज्य स्तर पर की जा रही है।
5 मई 2025 से होगी अंतिम चरण की शुरूआत
तीसरे और अंतिम चरण की शुरूआत 5 मई 2025 से हो रही है, जो 30 मई 2025 तक चलेगी। इस दौरान जिले के 8 से 15 ग्राम पंचायतों के बीच एक समाधान शिविर का आयोजन किया जाएगा। नगरीय निकायों में भी शिविर लगाए जाएंगे। जिले में कुल 68 समाधान शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में आवेदकों को उनके आवेदनों पर की गई विभागीय अधिकारियों द्वारा की गई कार्रवाई की जानकारी दी जाएगी। शिविरों में नए आवेदन भी लिए जाएंगे और जिन मामलों का समाधान वहीं संभव होगा, उनका मौके पर ही निराकरण किया जाएगा। विभागीय अधिकारी समाधान शिविरों में विभागों द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देंगे। साथ ही हितग्राही-मूलक योजनाओं के आवेदन पत्र और प्रपत्र भी उपलब्ध कराए जाएगें। समाधान शिविरों में विकासखंड और अनुभाग स्तर के सभी अधिकारी उपस्थित रहेंगे। जिला स्तर से भी कुछ अधिकारी उपस्थित रहेंगे। इसी तरह की व्यवस्था नगरीय निकायों के शिविरों में भी रहेगी।
आम जनता से सीधा संवाद
कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने कहा कि सुशासन तिहार के तीसरे चरण के दौरान मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्रीगण, मंत्रीगण, मुख्य सचिव, प्रभारी सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी कुछ समाधान शिविरों में शामिल होंगे और आम जनता से सीधा संवाद करेंगे। मुख्यमंत्री विकास कार्यों और योजनाओं का औचक निरीक्षण भी करेंगे और योजनाओं के जमीनी लाभ के बारे में फीडबैक लेंगे। मुख्यमंत्री जिला मुख्यालय पर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक भी करेंगे। जिसमें शिविरों में प्राप्त आवेदनों के निराकरण की स्थिति, विभिन्न योजनाओं की प्रगति और आगामी कार्य योजना पर चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री अपने प्रवास के दौरान प्रेस वार्ता को संबोधित करेंगे और विभिन्न संगठनों और नागरिकों से भेंट भी करेंगे। कलेक्टर ने पत्रकार साथियों से सुशासन तिहार 2025 के अंतर्गत आयोजित समाधान शिविरों के प्रचार-प्रसार में सहभागी बनने की अपील की, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका लाभ ले सकें।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर अपर कलेक्टर प्रेम प्रकाश शर्मा, नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा, एसडीएम राजनांदगांव खेमलाल वर्मा, डिप्टी कलेक्टर अभिषेक तिवारी, अन्य अधिकारी और मीडिया के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
