स्किलफुल बनेंगे छत्तीसगढ़ के छात्र : आठ सौ सरकारी स्कूलों में पढ़ाया जाएगा स्किल एजुकेशन, शिक्षकों को दी जाएगी ट्रेनिंग

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छत्तीसगढ़ के 800 सरकारी स्कूलों में स्किल एजुकेशन की शुरुआत हो रही है। 1,600 शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर 40,000 छात्रों को कौशल और शिक्षा दी जाएगी।

रायपुर।छत्तीसगढ़ में बच्चों के कौशल विकाश के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने एक महत्वपूर्ण पहल की है। राज्य के 800 सरकारी स्कूलों में स्किल एजुकेशन को शामिल करने के उद्देश्य से, छत्तीसगढ़ सरकार ने मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन के साथ एक तीन साल की साझेदारी की है। इस पहल का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम ढांचा (NCF) 2023 के अनुरूप छात्रों को आवश्यक स्किल्स और शिक्षा प्रदान करना है।

800 स्कूलों में लागू होगा कार्यक्रम

इस समझौते के तहत, पहले दो शैक्षणिक वर्षों में 800 सरकारी स्कूलों में स्किल एजुकेशन लागू किया जाएगा। इसमें 1,600 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जो 40,000 छात्रों को स्किल और जीवन कौशल शिक्षा प्रदान करेंगे। कार्यक्रम की शुरुआत कांकेर और कोंडागांव जिलों से होगी और इसे धीरे-धीरे राज्य के सभी 33 जिलों में फैलाया जाएगा।

पहल का प्रमुख भागीदार है मैजिक बस फाउंडेशन

मैजिक बस इंडिया फाउंडेशन, जो 1999 में स्थापित एक प्रमुख गैर सरकारी संगठन है, इस पहल का प्रमुख भागीदार है। यह संगठन गरीबी में रहने वाले युवाओं को सशक्त बनाने और उन्हें चुनौतियों से भरे बचपन से सार्थक आजीविका की ओर मार्गदर्शन करने के लिए जाना जाता है। इस पहल के जरिए, छत्तीसगढ़ के सरकारी स्कूलों के बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ कौशल भी सिखाया जाएगा।

आदिवासी क्षेत्रों पर दिया जाएगा विशेष ध्यान

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों के लिए मातृभाषा में प्राथमिक शिक्षा देने का भी निर्देश दिया है। इस पहल का उद्देश्य राज्य के पिछड़े माने जाने वाले आदिवासी क्षेत्रों के बच्चों को सशक्त बनाना है।

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