CGPSC : परीक्षा फॉर्म फ्री, लेकिन दावा-आपत्ति के लिए शुल्क ले रहा आयोग !

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छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग
पीएससी की परीक्षा एक बार फिर विवादों में है। एक बार फिर पीएससी ने जो मॉडल आंसर जारी किया है, उसमें लिए गए उत्तर पर उम्मीदवारों ने आपत्ति दर्ज कराई है।

रायपुर। पीएससी का मॉडल आंसर एक बार फिर मॉडल नही बन सका है और पीएससी की परीक्षा एक बार फिर विवादों में है। एक बार फिर पीएससी ने जो माडल आंसर जारी किया है, उसमें लिए गए उत्तर पर उम्मीदवारों ने आपत्ति दर्ज कराई है। गौरतलब है कि राज्य सेवा परीक्षा-2023 के तहत प्रारंभिक परीक्षा 11 फरवरी को आयोजित हुई थी।सीजीपीएससी की ओर से शुक्रवार की शाम को इसके मॉडल उत्तर जारी किए गए हैं। अब सामान्य अध्ययनके पेपर में पूछे गए सवाल जैसे, छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा जिला कौन सा है, छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा कितने राज्यों को छूती है जैसे 7 सवालों के उत्तर गलत लिए जाने की बात छात्र कह रहे हैं। किताबों और सबूतों के साथ इस पर आपत्ति भी लगाई जा रही है। सबसे बड़ी बात यह है कि पीएससी परीक्षा में शामिल होने के लिए कोई फीस राज्य सरकार द्वारा नहीं ली जाती लेकिन आपत्ति के लिए प्रति प्रश्न 50 रुपए का शुल्क देना पड़ता है। इसे लेकर भी परीक्षार्थी सवाल उठा रहे हैं।

गौरतलब है कि, सामान्य अध्ययन का पेपर कुल 200नंबर का है। इसमें 100 सवाल पूछे गए थे। प्रत्येक प्रश्न 2 अंक का है। इस तरह से पांच प्रश्न कुल 10 अंक के हैं। छात्रों
का कहना है कि आयोग गलत उत्तर लेता है तो इससे छात्रों को नुकसान हो सकता है। मॉडल आंसर जारी होने के बाद उम्मीदवारों ने बताया कि मॉडल उत्तर में कुछ सवालों के ऐसे जवाब लिए गए हैं जो सही नहीं है। इसलिए आपत्ति के लिए आवेदन किया जाएगा। उधर, मॉडल दावा-आपत्ति के लिए 27 फरवरी तक ऑनलाइन आवेदन किए जा सकते हैं। गौरतलब है कि राज्य सेवा परीक्षा कुल 242 पदों के लिए हो रही है। प्रारंभिक परीक्षा के लिए करीब डेढ़ लाख छात्रों ने फार्म भरा था।

इन सवालों और उत्तर पर आपत्ति

1. छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा कितने राज्यों को छूती है?
मॉडल उत्तर में : 6
उम्मीदवारों का दावा : 7
2. क्षेत्रफल की दृष्टि से छत्तीसगढ़ का सबसे छोटा जिला कौन सा है?
मॉडल उत्तर मेंः गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही उम्मीदवारों का दावाः दुर्ग
3. निम्नलिखित में से किस जिले में लिंगानुपात में महिलाओं की संख्या सर्वाधिक है ?
मॉडल उत्तर मेंः कांकेर
उम्मीदवारों का दावाः कोण्डागांव
4. बस्तर की लोकसंस्कृति में विवाह-माँडो (मण्डप) पर मोंगरहन खाम गाड़ने के लिए निम्नलिखित में से किस लकड़ी का प्रयोग किया जाता है?
मॉडल उत्तर में : महुआ
उम्मीदवारों का दावा : महुआ के साथ सरई भी है।
5. भारत के सर्वोच्च न्यायालय में सरकार का मुख्य विधिक सलाहकार और इसका प्राथमिक अधिवता कौन है?
पीएससी मॉडल उत्तर में भारत के महान्यायाभिकर्ता उम्मीदवारों का दावा: जो विकल्प है उसमें से कोई नहीं
6. छत्तीसगढ़ के जिलों को घोषणा वर्ष के आरोही क्रम में स्थापित कीजीए
पीएससी माडल आंसर मेंः बिलासपुर- सरगुजा बस्तर-दुर्ग उम्मीदवारों का दावा- जो विकल्प है उसमें से कोई नहीं इसमें जिलों के घोषणा वर्ष के आरोही क्रम पूछा है अर्थात 1861 (बिलासपुर), 1906 (दुर्ग), 1948 (सरगुजा), बस्तर 1948 होना चाहिए, जबकि option में कोई मेल नहीं है।

दावा-आपत्ति के लिए प्रति प्रश्न 50 रुपए फीस

ज्ञात हो कि, सीजीपीएससी की परीक्षाओं के लिए आवेदन फ्री है, लेकिन दावा-आपत्ति पर आवेदन के लिए शुल्क देना होगा। प्रत्येक प्रश्न पर आपत्ति के लिए 50 रुपए निर्धारित है। इसे लेकर अभ्यर्थियों का कहना है कि जब परीक्षा फार्म के लिए कोई शुल्क नहीं है तो फिर दावा-आपत्ति के लिए क्यों इसके आवेदन की फीस भी माफ होनी चाहिए।

मॉडल आंसर पर उठ रहे सवाल

प्रतियोगी परीक्षाओं के जानकार बृजेन्द्र शुक्ला ने कहा - कुछ प्रश्नों और आयोग द्वारा लिए गए आंसर पर छात्र सवाल उठा रहे है। इतनी बड़ी परीक्षा में छोटी सी त्रुटि भी छात्रों के लिए भारी पड़ सकती है। इसलिए आयोग को जिन माडल उत्तर पर सवाल उठ रहे है उस पर आयोग को विचार कर छात्रों की समस्या का समाधान करना चाहिए।

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