शाह का बस्तर दौरा : जवानों और सरेंडर नक्सलियों से संवाद कर सकते हैं गृह मंत्री

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह
बस्तर पंडुम के समापन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संभावित कार्यक्रम को लेकर जोर शोर से तैयारी शुरू हो गई है।

जगदलपुर। बस्तर पंडुम के समापन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के संभावित कार्यक्रम को लेकर जोर शोर से तैयारी शुरू हो गई है। दंतेवाड़ा के हाईस्कूल मैदान में एक विशाल डोम तथा मुख्य मंच बन रहा है। वहीं सरकारी योजनाओं के स्टॉल के लिए दो और डोम भी बनाए जा रहे हैं। लगातार हो रही मुठभेड़ और नक्सलियों के मारे जाने तथा बड़ी संख्या में माओवादियों के सरेंडर को देखते हुए साथ ही गृह मंत्री के मार्च देखते हुए साथ ही गृह मंत्री के मार्च 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह समाप्त करने के एलान के बाद सुरक्षा तगड़ी की जा रही है। नक्सलियों ने एक दिन पहले 4 अप्रैल को बीजापुर बंद का आह्वान किया है। अमित शाह का आगमन 5 अप्रैल को संभावित है।

अधिकारिक सूत्रों के अनुसार, गृह मंत्री पुलिस अधिकारियों और जवानों के अलावा सरेंडर नक्सली और नक्सली से पुलिस अधिकारी बने डीआरजी जवानों से भी संवाद कर सकते हैं। वहीं एक बड़ी बैठक बस्तर में नक्सलवाद और सुरक्षा की भूमिका को लेकर होने की संभावना बताई जा रही है। डेढ़ माह पहले 15 दिसम्बर 2024 को अमित शाह बस्तरिया ओलंपिक के समापन में जगदलपुर आए थे। अब उनका दंतेवाड़ा प्रवास इतने कम समय में बन रहा है। लगभग महीने भर से बस्तर पहुंम की धूम है।

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संभाग के सभी जिले में पूरा प्रशासन और पुलिस के अधिकारी 7 विधाओं में हो रहे इस आयोजन में जोरशोर से जुटे हुए हैं। चूंकि यह शासन के निर्देश पर हो रहा कार्यक्रम है। इसलिए कमिश्नर, आईजी, कलेक्टर व एसपी सहित सभी विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और यहां तक की चपरासी, चौकीदार तक लगे हुए है । ब्लाक और जिलास्तर के आयोजन के बाद अंतिम दौर का संभाग स्तरीय समापन का कार्यक्रम जल्द होने वाला है।

नाच गाने से लेकर पेय पदार्थ और व्यंजन शामिल

बस्तर पंडुम के चल रहे इस भव्य आयोजन में खेल, लोक नाट्य कला मंडई नाचा, लोक वाद्य यंत्र, लोकगीत, जनजाति वेषभूषा, लोक शिल्पकला तथा जनजाति पेय पदार्थ एंव व्यंजन शामिल है। कहा जा रहा है कि राज्य शासन द्वारा बस्तर की समृद्ध जनजाति कला एंव संस्कृति के धरोहर को पुर्नजीवित कर इसे देश विदेश के पटल पर ले जाकर पहचान दिलाना है।


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