कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। बलौदाबाजार ज़िला कांग्रेस कार्यालय में बुधवार की दोपहर आगामी दिनों में रायपुर में मुख्यमंत्री निवास घेराव की तैयारी को लेकर कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई। इस बैठक में कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक के दौरान 2 वरिष्ठ नेताओं की टिप्पणी से मामला असहज हो गया। बताया जा रहा है कि, बैठक के दौरान दो वरिष्ठ पदाधिकारियों के बीच पिछले विधानसभा चुनाव, नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव में मिली हार को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। बात इतनी बढ़ गई कि, तनातनी की स्थिति बन गई।
पूर्व जिलाध्यक्ष ने संभाली स्थिति
बैठक में मौजूद सूत्रों के मुताबिक, मौके पर मौजूद पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया और विवाद को शांत कराया। बैठक के बाद यह खबर मीडिया तक भी पहुंची, जिसके बाद कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भी कार्यालय पहुंचे। लेकिन तब तक मामला शांत हो चुका था।
बलौदाबाजार की नवनियुक्त जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्रा धृतलहरे ने 2 वरिष्ठ नेताओं की टिप्पणी मामले को महज सोशल मिडिया में उड़ाई गई अफवाह बताया। @BalodaBazarDist @INCChhattisgarh #ChhattisgarhNews #CGNews pic.twitter.com/iomRiaL6ct
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) April 16, 2025
जिला अध्यक्ष ने मामले को ढंकने का किया प्रयास
बलौदाबाजार की नवनियुक्त जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुमित्रा घृतलहरे ने इस पूरे मामले को महज सोशल मिडिया में उड़ाई गई अफवाह बताया। वही जिले के दो विधायकों की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय रही। इसको लेकर जिला अध्यक्ष ने बताया कि, अभी शादी विवाह का मौसम चल रहा है, इसलिए हमारे बहुत से कार्यकर्ता एवं विधायक इसमें व्यस्त हैं, इसलिए बैठक में शामिल नहीं हो सके।
लगातार हार से कार्यकर्ताओं में है असंतोष
लेकिन पार्टी के भीतर मतभेद और अंदरूनी खींचतान को नकारा नहीं जा सकता। कार्यकर्ताओं के बीच स्थानीय निकाय, विधानसभा और पंचायत चुनावों में लगातार हो रही हार को लेकर असंतोष अभी भी बरकरार है। यह घटना कांग्रेस की अंदरूनी स्थिति पर कलह गंभीर सवाल खड़े करती है।