एबीस का एक और फिश फीड प्लांट : देश के पहले स्वचालित प्लांट का 16 फरवरी को केन्द्रीय मंत्री रुपाला करेंगे उद्घाटन

Abies Fish Feed Sukhari Plant
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Abies Fish Feed Sukhari Plant
एबीस ग्रुप ने छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव शहर से शुरुआत कर देश के कई हिस्सों में अपने पांव पसारे हैं। प्रोटीन डाइट के क्षेत्र में अब यह कंपनी जाना माना नाम है।

राजनांदगांव। आईबी ग्रुप की महत्त्वकांक्षी परियोजना के अन्तर्गत शुरू होने वाले एबीस फिश फीड सुखरी प्लांट का उद्धघाटन 16 फरवरी को होने जा रहा है। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भारत सरकार के पशुपालन मंत्री परुषोत्तम रुपाला मौजूद रहेंगे। इस समारोह के माध्यम से केंद्रीय पशुपालन मंत्री श्री रुपाला लगभग 300 एक्वा किसानों से सीधे संवाद करेंगे और फार्मिंग में आने वाली चुनौतियों के समाधान के लिए उन्हें मार्गदर्शन देंगे। कार्यक्रम में माननीय मंत्री जी के साथ कई अन्य गणमान्य अतिथि भी सम्मिलित होंगे।

राजनाँदगांव छत्तीसगढ़ में स्थापित देश के इंटीग्रेटेड प्रोटीन लीडर आईबी ग्रुप विगत 40 वर्षों से भारत में प्रोटीन पोषण पंहुचा रहा है। विश्वस्तरीय तकनीक से सामंजस्य बैठाते हुए आईबी ने अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित प्लांट्स और रिसर्च लैब विकसित किये हैं, जिससे हाई क़्वालिटी लाइव स्टॉक फीड्स का उत्पादन हो रहा है। इससे समृद्धि की ओर क़दम बढ़ाते हुए भारतीय पशुधन उद्योग आत्मनिर्भर बन रहा है।

हर व्यक्ति तक प्रोटीन पोषण पहुंचाना है लक्ष्य

भारत के हर एक व्यक्ति तक प्रोटीन पोषण पहुंचाने की अपनी यात्रा में आईबी, देश के विभिन्न राज्यों में 7 फीड प्लांट की स्थापना कर चुका है। आईबी अपनी विस्तार योजना के तहत पूरे देश में और भी प्लांट स्थापित करने वाला है। इसी दिशा में कार्य करते हुए आईबी ग्रुप शुक्रवार 16 फरवरी को देश का पहला हाइब्रिड, पूर्णतः स्वचालित एवं ऑइल कोटेड फिश फीड प्लांट का शुभारंभ करने जा रहा है।

हाई क्वालिटी आहार की मांग होगी पूरी

'गांव में रहकर गांव का विकास' की अपनी सोच के साथ आईबी ग्रुप ने राजनाँदगांव के ग्राम सुखरी में हाइब्रिड माइक्रो पैलेट फिश फीड प्लांट की स्थापना की है, जिसकी उत्पादन क्षमता प्रतिदिन 600 मैट्रिक टन है। इस प्लांट के द्वारा देश में हाई क़्वालिटी मत्स्य आहार की मांग को पूरा किया जाएगा। साथ ही प्लांट के माध्यम से आसपास के क्षेत्र में लगभग 500 से अधिक लोगों के लिए प्रत्यक्ष रोज़गार और लगभग 2500 से अधिक लोग अप्रत्यक्ष रूप से रोज़गार के अवसर उपलब्ध होंगे।

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