सार्थक संवाद: छत्तीसगढ़ अंजोर विजन बनाने के लिए तीन करोड़ जनता के बीच गए, एक लाख से ज्यादा सुझाव भी मिले

सार्थक संवाद : छत्तीसगढ़ अंजोर विजन बनाने के लिए तीन करोड़ जनता के बीच गए, एक लाख से ज्यादा सुझाव भी मिले
X

वित्त मंत्री ओपी चौधरी से आईएनएच-हरिभूमि के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी की खास बातचीत 

Exclusive : वित्त मंत्री ओपी चौधरी से हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी ने 'सार्थक संवाद' में खास बातचीत की ।

रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विकसित भारत के लिए विजन 2047 तय किया है। उसी तरह से हमने भी विकसित छत्तीसगढ़ बनाने के लिए छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047 बनाया है। इसको बनाने से पहले प्रदेश की तीन करोड़ जनता के बीच अलग-अलग माध्यमों से गए हैं। एक लाख सुझाव भी आए हैं। इन सबके बाद ही हमने विजन 2047 तैयार किया है। ये बातें प्रदेश के वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने सार्थक संवाद में हरिभूमि और आईएनएच के प्रधान संपादक के साथ बातचीत में कहीं। प्रस्तुत है बातचीत के अंश।

छत्तीसगढ़ के लिए विजन 2047 आपके दिमाग में कहां से आया ?
▶ विष्णुदेव साय के नेतृत्व में जब हमारी सरकार बनी और जो बजट प्रस्तुत किया गया, उस समय लगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2047 विजन की बात कर रहे हैं। जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, उस समय किस तरह का भ्रष्टाचार था, उस समय विजन नाम की कोई चीज नहीं थी। विपक्ष में रहते हुए मुझे लगता था हमारे छत्तीसगढ़ का क्या होगा। हमारी सरकार बनने के बाद हमने पहला बजट पेश किया तो हमने उसी समय तय किया, मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम एक 2047 का विजन डॉक्यूमेंट बनाएंगे।

विजन डॉक्यूमेंट बना कैसे, जनता से बात करके या महज कंप्यूटर में बैठकर बनाया गया है?
▶ छत्तीसगढ़ अंजोर विजन 2047 जो हमने बनाया है, इसमें प्रदेश की तीन करोड़ जनता के बीच में अलग-अलग माध्यम से जाने का प्रयास किया है। एक साल तक इस पर काम किया है। एक लाख सुझाव हमें मिले हैं। उसके आधार पर इस डॉक्यूमेंट को बनाने का प्रयास किया गया है।

लोगों और अधिकारियों का इसको लेकर क्या कहना रहा?
▶ हमारी जो टीम थी, वह बहुत ही सकारात्मक तरीके से इसमें शामिल रही। हम अलग-अलग तरह के लोगों को एक मंच पर लाने में सफल हुए हैं। हमारे मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने भी इस विजन के लिए लगातार काम किया है। भारत के नीति आयोग के अधिकारियों का भी हमें भरपूर सहयोग मिला।

नीति आयोग के लोगों को सेट कैसे किया, गुजरात के बाद सीधे छत्तीसगढ़ ?
▶ नीति आयोग का काम ही सभी राज्यों को प्रेरित करना है। अनौपचारिक संबंध जीवन में ज्यादा काम आते हैं, उसका हमें फायदा मिला। पीएमओ का भी सहयोग मिला।

छत्तीसगढ़ का भविष्य क्या देख पाए ?
▶ लोगों को छत्तीसगढ़ के बारे में लगता है कि हम रायपुर विमानतल पर उतरेंगे तो गोलियां चलने लगेगी। जबकि रायपुर से बस्तर की दूरी 400 किलोमीटर है। रायपुर का माओवाद से कोई लेना देना नहीं है। रायगढ़ सात सौ किलोमीटर दूर है जहां पर माओवाद का कोई लेना-देना नहीं है। छत्तीसगढ़ में पॉवर हब हैं, रायपुर तेजी से विकसित होता शहर है। छत्तीसगढ़ संभावनाओं वाला राज्य है। भविष्य में छत्तीसगढ़ में बहुत ज्यादा औद्योगीकरण और रोजगार के रास्ते हैं। इसी के साथ बहुत ज्यादा पर्यटन की भी संभावना है। छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद अगले साल तक समाप्त होने के बाद पर्यटन को भी और बढ़ावा मिलने की बहुत संभावना है।

विजन 2047 नक्सल मुक्त राज्य को देखते हुए बना है या फिर नक्सलियों की मौजूदगी के साथ बना है?
▶ नक्सल मुक्त राज्य मानकर इस विजन डॉक्यूमेंट को बनाया गया है। बस्तर के नक्सल मुक्त होने के बाद वहां के विकास को लेकर भी विजन है। छत्तीसगढ़ और देश के विकास में आने वाले समय में बस्तर का बहुत बड़ा योगदान रहेगा।

नक्सलवाद को समाप्त करने को लेकर कहा जाता है, बस्तर को उद्योगपतियों के हवाले करने के लिए ऐसा किया जा रहा है?
▶ आरोप तो कोई भी लगा सकता है, हमारा विजन बस्तर के विकास का है। सरकार का सहयोग होगा तो बस्तर में बड़ी क्रांति आएगी यह बात तय है। लोकल लोग जब वहां बड़ा काम कर सकते हैं तो सोचें सरकार के सहयोग के बाद क्या हो सकता है।

विजन 2047 में धान की कीमत कितनी देंगे और महतारी वंदन में कितना पैसा देंगे, क्या कुछ सोचा है?
▶ वित्तीय स्थिति के हिसाब से हम बहुत चुनौतीपूर्ण स्थिति में काम कर रहे हैं, सभी राज्यों के साथ ऐसा होता है। चुनौती के बीच में भी विकास के काम हो रहे हैं। खेती को सपोर्ट करने का काम तो हमेशा ही होगा चाहे वह 2047 की क्यों न हो। वेलफेयर के काम भी होते रहेंगे। सरकार को किसानों को हर समय समर्थन मूल्य से अतिरिक्त सपोर्ट भी देना ही पड़ेगा

किसान कैसे आत्मनिर्भर हो पाएं और उनको 2047 में मदद की जरूरत न हो इस दिशा में कुछ सोच पा रहे हैं?
▶ खेती पर निर्भर लोग भी कम हो जाएंगे ऐसा लगता है। खेती में अभी आधुनिक तकनीक लाने की पूरी कोशिश होगी। जिस तरह से उद्योग बढ़ते हैं उसी तरह से खेती के लिए भी काम होगा। इसके बाद भी लगता है कि खेती को सपोर्ट करने की जरूरत पड़ेगी। उद्योगों को भी सरकार सपोर्ट करती ही है।

प्रदेश में भ्रष्टाचार के रहते विजन को कैसे प्राप्त करेंगे?
▶जितनी ज्यादा नई तकनीक आएगी उससे जहां काम में तेजी आएगी, वहीं इससे भ्रष्टाचार भी कम होगा। जितना ज्यादा काम ऑनलाइन होंगे उससे भ्रष्टाचार की संभावना समाप्त होते जाएगी। इसी पर ज्यादा फोकस किया जाएगा।

भ्रष्टाचार की सोच रखने वालों को कैसे बदलेंगे?
▶ मैं मानता हूं, पिछले पांच साल में जब प्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी, तब भ्रष्टाचार बहुत ज्यादा हुआ है। इससे कल्चर बहुत ज्यादा खराब हुआ है। इसको बदलना बहुत बड़ी चुनौती है।

मुख्यमंत्री और बाकी मंत्रियों का विजन की योजना को लेकर कैसा नजरिया रहा है?
▶ राज्य नीति आयोग सभी विभागों के प्लांनिंग पार्ट में काम करता है। मुख्यमंत्री नीति आयोग के अध्यक्ष हैं, उनका भरपूर सहयोग रहा है। इसी के साथ सभी मंत्रियों ने अपने विभाग के साथ पूरा सहयोग किया है।

WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story