रेस्क्यू ऑपरेशन: गहरी खाई में मिरी महिला को युवाओं ने 2 दिन बाद जींद निकाला

युवाओं ने महिला को किया रेस्क्यू
रामचरित द्विवेदी- मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के चिरमिरी क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 34 निवासी युवाओं ने मानवता, निर्भीकता और टीमवर्क की ऐसी मिसाल पेश की है, जो समाज को प्रेरणा देने वाली है। जंगल में लकड़ी लेने गई एक महिला दो दिनों से गहरी खाई में घायल अवस्था में पड़ी हुई थी, जिसे देखकर युवाओं ने बिना देरी किए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया और उसकी जान बचाई।
इस साहसी अभियान में मुख्य भूमिका निभाने वाले युवाओं में निशांत, शनि, मोंटी, सुभाष महतो, आरकेश (मंटू पटेल), अंशु रजवाड़े और धीरज कुमार शामिल हैं। सबसे पहले निशांत, सनी और मोंटी को जंगल में नाले के पास खाई में गिरी महिला दिखाई दी। उन्होंने तुरंत राहुल भाई पटेल को इसकी सूचना दी। श्री पटेल ने आसपास के क्षेत्रों, विशेषकर खड़गवां में महिला की पहचान की कोशिश की, लेकिन कोई जानकारी न मिलने पर कोई भी उसे लेने जाने को तैयार नहीं हुआ। इसके बाद भी हार न मानते हुए उन्होंने एक टीम तैयार की और बचाव कार्य को अंजाम दिया।

रेस्क्यू ऑपरेशन की प्रमुख चुनौतियाँ
1. गहरी खाई से महिला को साड़ी और डंडे की मदद से बाहर निकाला गया।
2. युवकों को 5 किलोमीटर पैदल यात्रा करनी पड़ी, जिसमें घना जंगल, नाले, गहरा पानी, अजगर और उसके बच्चे जैसी कठिनाइयाँ थीं।
3. जोखिम उठाते हुए भी युवाओं ने अपने प्राणों की परवाह किए बिना महिला को खड़गवां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँचाया।
सम्मान और प्रेरणा का पात्र
समाज को चाहिए कि ऐसे युवाओं की हौसला अफजाई करे और प्रशासन स्तर पर उन्हें सम्मानित किया जाए। ताकि, ऐसे कार्यों के लिए और भी लोग प्रेरित हो सकें।
