आंधी- तूफान से कोयला उत्पादन प्रभावित: एसईसीएल- हसदेव की खदानें ठप, बिजली-पानी आपूर्ति भी बाधित, लोग परेशान

गिरा हुआ बिजली का खंभा
रामचरित द्विवेदी- मनेन्द्रगढ़। छत्तीसगढ़ के मनेन्द्रगढ़ जिले के राजनगर क्षेत्र में सोमवार दोपहर अचानक आए तेज आंधी-तूफान और मूसलधार बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है। इस प्राकृतिक आपदा का सबसे बड़ा असर साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (एसईसीएल) की हसदेव क्षेत्र स्थित खदानों पर पड़ा, जहां उत्पादन पूरी तरह ठप हो गया है। इसके साथ ही, बिजली और पानी की आपूर्ति भी बाधित रही, जिससे आम लोग परेशान रहे।
बंद हुईं ये प्रमुख खदानें-
1. राजनगर 5, 6, 7, 8 नंबर खदानें
2. पौराधार खदान
3. झिमर झिरिया खदान
इन सभी खदानों में प्रतिदिन हजारों टन कोयले का उत्पादन होता था, जो पूरी तरह रुक गया। इसके साथ ही सीएचपी (कोल हैंडलिंग प्लांट) से कोयले की आपूर्ति भी ठप हो गई।
बिजली आपूर्ति बंद, मशीनें रुकीं
तेज हवाओं ने कई जगह बिजली के खंभे और तारों को गिरा दिया। इससे खदानों में पंपिंग, वेंटिलेशन और मशीनरी संचालन बंद हो गया। मंगलवार दोपहर करीब 5:30 बजे बिजली बहाल होने के बाद ही उत्पादन कार्य धीरे-धीरे शुरू हो सका। बिजली न होने से नगर में हैंडपंपों की मोटरें भी बंद हो गईं। टैंकरों से भी जल आपूर्ति नहीं हो सकी, जिससे लोग पीने के पानी के लिए भटकते नजर आए। जल संकट ने गर्मी से जूझ रहे लोगों की परेशानी और बढ़ा दी।
टावर निर्माण में लापरवाही से बड़ा नुकसान
मिली जानकारी के अनुसार, तूफान में बिजली आपूर्ति करने वाला टावर जड़ से उखड़ा नहीं बल्कि नीचे से मुड़ गया। विशेषज्ञों का मानना है कि मानकों के अनुरूप निर्माण न होना और मेंटेनेंस में लापरवाही इस क्षति का मुख्य कारण है।
कोयला उत्पादन पर सीधा असर, 10 हजार टन का नुकसान
एसईसीएल क्षेत्र में सामान्यतः रोज़ाना 8000 टन से अधिक कोयले का उत्पादन होता है। तूफान के चलते दो सेट पूरी तरह बंद रहे और एक में आंशिक उत्पादन ही हो सका। अनुमानतः लगभग 10 हजार टन उत्पादन प्रभावित हुआ है, जिससे करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ है। एक तरफ कोयला उत्पादन बंद हुआ तो दूसरी ओर बिजली-पानी की आपूर्ति ठप होने से लोग गर्मी और अंधेरे में दिन गुजारने को मजबूर रहे।
शाम 5:30 बजे तक होगी बिजली आपूर्ति बहाल
एसईसीएल हसदेव क्षेत्र के मुख्य महाप्रबंधक उमेश शर्मा ने बताया कि, हमारी तकनीकी टीमों ने लगातार काम कर मंगलवार शाम 5:30 बजे तक बिजली आपूर्ति बहाल कर दी। धीरे-धीरे सभी खदानों में उत्पादन शुरू किया जा रहा है।