लोरमी का नन्हा कलाकार शिवम: मिट्टी से गढ़ी गणेशजी की अद्भुत प्रतिमा, सबको किया मंत्रमुग्ध

गणेश की प्रतिमा बनाते हुए बाल कलाकार शिवम
राहुल यादव - लोरमी। भक्ति जब मासूमियत से मिल जाए तो चमत्कार जन्म लेता है। गणेशोत्सव के शुभ अवसर पर लोरमी का एक नन्हा कलाकार अपनी कला और श्रद्धा से सबका मन मोह रहा है। वार्ड क्रमांक-1 पुटूपारा निवासी दूसरी कक्षा का छात्र शिवम ध्रुव पिता लक्ष्मण ध्रुव ने मिट्टी से गणेशजी की ऐसी प्रतिमा गढ़ी है, जिसे देखकर हर कोई आश्चर्यचकित और भावविभोर हो रहा है।
बच्चे की लगन और श्रद्धा इतनी अद्भुत है कि, उसकी बनाई प्रतिमा को देखकर हर कोई मंत्रमुग्ध हो रहा है। उसकी रचनात्मकता ने न सिर्फ क्षेत्र में सराहना बटोरी है बल्कि यह संदेश भी दिया है कि सच्ची भक्ति और मेहनत उम्र की मोहताज नहीं होती। वहीं स्थानीय लोगों ने शिवम की प्रतिभा को सलाम करते हुए कहा – 'बोल गणपति महाराज की जय'
लोरमी के दूसरी कक्षा के छात्र शिवम ध्रुव ने गणेशोत्सव पर मिट्टी से बनाई गणेशजी की मनमोहक प्रतिमा। उसकी नन्हीं कलाकारी और भक्ति ने पूरे क्षेत्र का दिल जीत लिया...@MungeliDist #Chhattisgarh #GaneshChaturthi2025 pic.twitter.com/qoN1Vx4TbK
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 25, 2025
गणेश पंडालों लिए गाइडलाइन जारी
वहीं छत्तीसगढ़ राजधानी रायपुर में आगामी गणेश उत्सव को लेकर जिला प्रशासन ने सख्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं। शहर में त्यौहार शांति, अनुशासन और सुरक्षित माहौल से संपन्न हो। इसके लिए प्रशासन ने समितियों को कई नियमों का पालन करने के आदेश दिए हैं।
जारी की गई गुइडेलिने कुछ इस प्रकार है-
सड़क पर पंडाल लगाने से पहले समिति को प्रशासन से अनुमति लेना अनिवार्य होगा।
रात 10 बजे के बाद ध्वनि विस्तारक यंत्र (लाउडस्पीकर) पर पूरी तरह रोक रहेगा।
हर पंडाल में CCTV कैमरा लगाना अनिवार्य है।
समितियां स्वयंसेवक तैनात करेंगी और रात में विशेष निगरानी रखनी पड़ेगी।
NGT के निर्देशों के तहत आदेश जारी
गणेश उत्सव की तैयारियों को लेकर एडिशनल कलेक्टर उमाशंकर बंदे और एडिशनल एसपी लखन पटले ने समितियों की साथ बैठक की है। उन्होंने सभी आयोजन नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) के निर्देशों के तहत आदेश दिया है।
जानिए स्थापना का शुभ मुहूर्त
गणेश चतुर्थी का पर्व हर साल बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। इसे भगवन गणेश के जन्मोत्सव के रूप में 10 दिनों तक धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान भक्तजन गणपति बप्पा को अपने घर और पंडालों में विराजित कर विधिवत पूजा-अर्चना करते हैं। हिंदू पंचांग के अनुसार, भाद्रपद मास की चतुर्थी तिथि 26 अगस्त 2025 को दोपहर 01:54 बजे शुरू होगी और 27 अगस्त को दोपहर 03:44 बजे समाप्त होगी। पंचांग के अनुसार, गणेश चतुर्थी का पर्व 27 अगस्त 2025 को मनाया जाएगा और इसी दिन गणेश स्थापना की जाएगी।
गणेश स्थापना का शुभ मुहूर्त
गणेश जी की स्थापना के लिए मध्याह्न काल सबसे उत्तम माना जाता है, क्योंकि मान्यता है कि, भगवान गणेश का जन्म इसी समय हुआ था। 27 अगस्त 2025 को गणेश पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 11:05 बजे से दोपहर 01:40 बजे तक रहेगा।
गणेश स्थापना और पूजा विधि
सबसे पहले पूजा स्थल को अच्छे से साफ कर फूलों, रंगोली और सजावटी सामान से सजाएं।
शुभ मुहूर्त में भगवान गणेश की प्रतिमा को वेदी पर लाल या पीले वस्त्र बिछाकर स्थापित करें।
पूजा शुरू करने से पहले हाथ में जल, फूल और चावल लेकर संकल्प लें।
‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का जाप करते हुए गणेश जी का आह्वान करें।
प्रतिमा को पंचामृत से स्नान कराकर नए वस्त्र और आभूषण पहनाएं।|
गणेश जी को उनका प्रिय भोग मोदक और लड्डू अर्पित करें।
साथ ही दूर्वा घास, लाल फूल और सिंदूर चढ़ाएं।
अंत में पूरे परिवार के साथ गणपति की आरती करें।
