स्टॉप डेम बनाने खोदी नहर: सतिघाट धाम पहुंच मार्ग हुआ जर्जर, मरम्मत नहीं हुई तो आंदोलन की चेतावनी

क्षतिग्रस्त हुई सड़क
मयंक शर्मा - कोतबा। छत्तीसगढ़ जशपुर जिले से सड़क खराब होने खबर सामने आई है। धर्मनगरी कोतबा आस्था का केन्द्र कहे जाने वाले सतिघाट शिव धाम पहुंच मार्ग बुरी तरह छतिग्रस्त हो गया है। सतिघाट स्टॉप डेम जीर्णोद्धार कार्य जलसंसाधन विभाग द्वारा करवाया जा रहा है। जिसमे पक्की नहर का भी निर्माण कार्य किया जाना है। जिसके लिए खोदाई की गई थी।
खोदाई के दौरान बड़ी भारी वाहनों के चलने से पहुंच मार्ग सीसी रोड बुरी तरह छतिग्रस्त हो गया है। स्थिति यह है कि, छोटी कार भी वहां से नहर की ओर रोड टूट कर गिरने से दुर्घटनाओं की आशंका बनी हुई है। जिसपर नगर पंचायत अध्यक्ष पार्षद सहित नगरवासी लामबंद हो गए है जल्द सुधार कार्य नही करने पर धरना प्रदर्शन की बात कही जा रही है।

अनेक प्रकार के निर्माण कार्य किए जा रहे
उल्लेखनीय है कि, सतिघाट धाम पर नगर की मध्य बहने वाली भैवनी नदी के तट पर प्रकृतिक सौन्दर्य से परिपूर्ण सतीघाट धाम मे वर्षो से टूटे पड़े स्टॉप डेम का जीर्णोद्धार 1.61 करोड़ की लागत से जलसंसाधन विभाग द्वारा करवाया जा रहा है। यहां स्टॉप डेम के जीर्णोद्धार के साथ-साथ पक्की नहर का निर्माण कार्य किया जा रहा है। नदी किनारे गार्डवाल, तटबंध, गार्डनिंग, वृक्षारोपण, सौंदर्यीकरण सहित अन्य कार्य भीं किए जा रहे है। जिसका कार्य बरसात के दौरान भी निर्माणाधीन है। नहर की खुदाई में बड़ी चैन माउण्ट पोकलेन मशीन हाइवा सहित भारी वाहनों का प्रयोग किया गया। बरसात अधिक होने से निर्माण कार्य बन्द कर दिया गया। पानी का बहाव नहर में चालू है जिससे सड़क बुरी तरह छतिग्रस्त हो गया है। जिसे लेकर नगरवासियों में भारी आक्रोश व्याप्त है।
अध्यक्ष हितेंद्र सिंह ने जलसंसाधन विभाग के एसडीओ पर लगाए ये आरोप
नगर पंचायत कोतबा के अध्यक्ष हितेंद्र सिंह ने बताया कि, जलसंसाधन विभाग द्वारा यहां क्या निर्माण कार्य करवाया जा रहा है। उसकी क्या रुपरेखा है। इससे वे अनभिज्ञ है। उन्होंने जलसंसाधन विभाग के एसडीओ पर आरोप लगाते हुए कहा कि, उनके द्वारा फोन कर निर्माण कार्य की कार्य योजना संबंध में बात करने पर दो दिनों में आ कर अवगत कराने की बात करते है लेकिन मौके पर कोई नही आते है और न ही निर्माण स्थल पर कोई सूचना बोर्ड लगा है। विभाग के अधिकारि मनमाने रवैए से बेतरतीब निर्माण कार्य करवा रहे है जहाँ पा रहे है वहीं गढ्ढ़े खोद दे रहे है। नगर पंचायत के बुनियादी सड़को को भी छतिग्रस्त कर दिए है जिससे कभी भी बड़े हादसे हो सकते है। विभाग के मनमानी रवैया से हम त्रस्त है।

सावन के महीनों में श्रद्धालुओं को होगी असुविधा
वहीं पार्षद सुमित कुमार शर्मा ने बताया कि, जलसंसाधन विभाग के द्वारा नहर की खुदाई करवाने से नगर पंचायत का सीसी रोड धस गया है। जिससे कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। सामने सावन का महीना है सतिघाट धाम हिन्दुओ की आस्था का केन्द्र है। यहां सोमवार के दिन 5 से 10 हजार भक्तो का आना होता है। जिसे मद्देनजर रखते हुए तत्काल निर्माण कार्य करवा कर सड़क सुधार नही होता है तो हम सभी नगरवासी धरने पर बैठेंगे जब तक कार्य नही होगा तब तक प्रदर्शन किया जाएगा।
सतिघाट शिव मंदिर के पुजारी ने सड़क आवागमन लायक बनाने की मांग की
वहीं पार्षद सुदर्शन पटेल ने बताया कि, सतिघाट धाम आने का ये मुख्य मार्ग है। इसी मार्ग के नगर का भालुखार मोहल्ला का आवागमन होता है। सावन में बच्चो सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना होता है। इस सड़क में इतने गड्ढे हो गए हैं कि, कभी भी गाड़िया नहर में पलट सकती है। विभाग व निर्माण एजेंसी इसे अनदेखा कर रही हैं। सतिघाट शिव मंदिर के पुजारी धीरज शर्मा ने बताया कि, 3 दिनों में सावन का महीना चालू होने वाला है। यहां अनेक कार्यक्रम हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी आयोजित किए जाएंगे। जिसमे दूर दराज से हजारों भक्तो का आवागमन होता है। मुख्य मार्ग के समीप विकास कार्य किया जा रहा है। जिससे सड़क जर्जर हालत में है कभी भी कोई घटना हो सकती है। जिसकी जिम्मेदारी किसकी होगी मैं शाशन प्रशासन से मांग करता हूँ की सड़क को आवागमन के लायक बनाया जाए। जिससे सावन में आने वाले भक्तों को कोई असुविधा न हो। वहीं नगर पंचायत के इंजीनियर सुशांत मिंज ने बताया कि, यह कार्य एरिगेशन विभाग के द्वारा करवाया जा रहा है। हमारे द्वारा दूरभाष के माध्यम से सूचना दिया गया है। कि नगर पंचायत द्वारा निर्मित सीसी रोड टूट कर धस गई है बरसात के मौषम में कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है।
तो ये है जलसंसाधन विभाग एसडीओ का कहना
जलसंसाधन विभाग एसडीओ नरेन्द्र कुमार सिन्हा ने कहा कि, मुझे सकड़ के किराने मिट्टी कटाव होने से सड़क छतिग्रस्त होने की सूचना मिली है जिसे उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। साथ ही निर्माण एजेंसी को तत्काल सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए गए हैं सावन से पहले ही आवश्यक सुधार कार्य किए जाएंगे।
