केके लाइन बहाल: मालगाड़ियों का परिचालन शुरू, यात्री ट्रेनों को लेकर सस्पेंस बरकरार

मालगाड़ियों का परिचालन शुरू, यात्री ट्रेनों को लेकर सस्पेंस बरकरार
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केके लाइन पर लैंडस्लाइड घटनास्थल पर सीसी कैमरा से 24 घण्टे रखी जा रही निगरानी। कोरापुट से जगदलपुर और किरन्दुल तक यात्री ट्रेनो के परिचालन अब तक शुरू नहीं हो पाया है।

अनिल सामंत- जगदलपुर। ईस्ट कोस्ट रेलवे जोन के रायगड़ा रेल मन्डल अंतर्गत पिछली बुधवार को केके रेल लाइन के मल्लिगुड़ा-जरटी के मध्य लेंड स्लाइड (भूस्खलन) की घटना के 48 घण्टों में युद्धस्तर पर किये गए मरम्मत व सुधार कार्य के बाद शुक्रवार की शाम 6 बजे ट्रेक फ़ीट दी गई। दो दिनों से बाधित किरन्दुल-कोत्तवालसा रेल लाइन भले ही बहाल हो गया, लेकिन आज 5 दिन हो गए इस लाइन पर यात्री ट्रेनों का परिचालन बंद है।

हालांकि ट्रेक फ़ीट देने के बाद से पिछले 3 दिनों से मालगाड़ियों का परिचालन हो रहा है। घटनास्थल पर मालगाड़ियां 10 से 20 किमी की रफ्तार से चलाई जा रही हैं। कारण अभी भी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। सिंगल लाइन होने की वजह से ट्रेक फ़ीट देने के 3 दिनों के बाद भी घटना स्थल से यात्री ट्रेनों का परिचालन रोका गया है। यही कारण है कि, कोरापुट से जैपुर (ओड़िशा), जगदलपुर और किरन्दुल के बीच यात्री ट्रेनों का परिचालन नहीं किया जा रहा है। विशाखपट्नम रेल मंडल मुख्यालय ने 7 जुलाई तक यात्री ट्रेनों के परिचालन पर रोक लगाई थी, इसके बाद यात्री ट्रेनो का परिचालन करने के संकेत दिए थे। लेकिन 7 जुलाई के बाद भी यात्री ट्रेनों का परिचालन नियमित किया जाएगा, इस पर संशय की स्थिति बनी है।


रेलवे सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जिस स्थल पर पहाड़ से मिट्टी और चट्टान का लगभग 25 हजार घन मीटर मलबा रेल ट्रैक पर जमा था, उसे साफ करने के बाद स्थल को 24 घण्टे सीसी कैमरे से निगरानी में लिया गया गया है। जिसका कंट्रोल विशाखपट्नम रेल मंडल मुख्यालय से मिनट-टू-मिनट किया जा रहा है। बस्तर संभाग मुख्यालय से लगभग 80 किमी दूर मल्लिगुड़ा-जरटी स्टेशन के मध्य 5 दिन पहले हुई भूस्खलन की घटना से रेल प्रशासन पूरी तरह से चौकन्ना है, कारण बारिश तक इस स्थल से रेल परिवहन करने को लेकर खासकर यात्री ट्रेनो के परिवहन पर वरिष्ठ मंडल रेल अधिकारी किसी प्रकार का रिस्क नहीं लेना चाहते। जरटी स्टेशन में तीन ट्रेक में दो ट्रेक भारी बारिश से मिट्टी नरम होने से धनुषाकार हो गया है। इस प्राकृतिक घटना से दोनों लाइन को बंद कर दिया गया है। इन दोनों लाइन में मालगाड़ियों का परिवहन पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है।

चीफ इंजीनियर कन्सट्रक्शन ने जरटी स्टेशन के ट्रेक का किया निरीक्षण
भारी बारिश के चलते घटना स्थल से लाभग 8 किमी दूर कोरापुट की ओर स्थित जरटी स्टेशन के दो रेल ट्रैक धनुषाकार होने की घटना से रेल प्रबंधन को चिंता में डाल दिया है। सोमवार को भुवनेश्वर से घटना स्थल का निरीक्षण करने पहुंचे चीफ इंजीनियर कन्ट्रेक्शन अशोक कुमार जरटी स्टेशन के दोनों ट्रेक का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ रेल मंडल विशाखपट्नम के डीआरएम ललित बोहरा,सीनियर डीइएन कन्ट्रेक्शन, सीनियर डीओएम व अन्य वरिष्ठ मंडल रेल अधिकारी साम्मलित थे।

आज से शुरू होगा यात्री ट्रेनों का परिचालन
विशाखपट्नम रेल मंडल के सीनियर डिविजनल कमर्शियल मैनेजर यानी वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबन्धक के संदीप के अनुसार यदि सबकुछ ठीक रहा तो 8 जुलाई यानी मंगलवार से किरन्दुल-जगदलपुर से कोरापुट-विशाखपट्नम-रायगड़ा की ओर जाने वाली यात्री ट्रेनो का परिचालन शुरू किया जाएगा। भूस्खलन घटना के बाद बुधवार से किरन्दुल और जगदलपुर से चलने वाली यात्री ट्रेनो के पहिये थमी रही। जिसके चलते बस्तर और जयपुर(ओड़िसा) के यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।

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