कांकेर में शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल: विधायक पहुंचे स्कूल, बच्चे नहीं बता पाए सीएम, प्रिंसिपल तक का नाम

बच्चों से सवाल पूछते हुए विधायक आशाराम नेताम
गौरव श्रीवास्तव- कांकेर। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के विधायक आशाराम नेताम औचक निरीक्षण के लिए स्कूल पहुंचे। आंखिहर्रा गांव के शासकीय शाला में विधायक ने बच्चों से पूछा क्या मुझे पहचानते हैं? मेरा नाम जानते हैं तो बच्चे जवाब नहीं दे पाए। यही नहीं इसके बाद विधायक ने जिले के कलेक्टर का नाम पूछा तो बच्चे कलेक्टर का नाम भी नहीं बता पाए। जिसके बाद क्लास में ही उन्होंने प्रिंसिपल की क्लास लगा दी।
मिली जानकारी के अनुसार, विधायक आशाराम नेताम औचक निरीक्षण के लिए आंखिहर्रा गांव के शासकीय शाला पहुंचे। विधायक ने बच्चों से पूछा क्या मुझे पहचानते है मेरा नाम जानते है तो बच्चे जवाब नहीं दे पाए। यही नहीं इसके बाद विधायक ने जिले के कलेक्टर का नाम पूछा तो बच्चे कलेक्टर का नाम भी नहीं बता पाए। हद तो तब हो गई जब बच्चे अपने स्कूल के प्रिंसिपल का नाम नहीं बता सके। जिसके बाद विधायक का गुस्सा जायज था, विधायक आशाराम नेताम ने प्रिंसिपल को मौके पर ही नाराजगी जताते हुए बच्चों के शिक्षा गुणवत्ता में सुधार लाने के निर्देश दिए। इस दौरान प्रिंसिपल बहाने बाजी करते रहे लेकिन विधायक ने उन्हें जमकर फटकार लगाई।
विधायक आशाराम नेताम ने शासकीय शाला के बच्चों से पूछा क्या मुझे पहचानते हैं? मेरा नाम जानते हैं तो बच्चे जवाब नहीं दे पाए। यही नहीं उन्हें जिले के कलेक्टर का नाम तक नहीं पता। pic.twitter.com/R8KCr0yxLz
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 30, 2025
सवालों के घेरे में शिक्षक
शिक्षा के क्षेत्र में शासन प्रशासन करोड़ों खर्च करने का दावा करती है। लेकिन यदि माध्यमिक के बच्चे विधायक कलेक्टर तो दूर अपने प्रिंसिपल का नाम ना बताए तो सवाल उठना लाजमी है कि आखिर शिक्षा का स्तर इतना कैसे गिर सकता है। ऐसे में शिक्षकों की कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है।
