दिल का 'दिल' से होगा इलाज: एसीआई के लिए बनेगी सात मंजिला बिल्डिंग, मंत्री बोले-जुटाई जाएंगी आधुनिक सुविधाएं

Fake medicines and medical devices selling
X

डेंटल सप्लायर पर छापेमारी।

रायपुर मेडिकल कॉलेज से जुड़े सबसे बड़े एडवांस कार्डियक सेंटर में ओपन हार्ट सर्जरी के साथ बॉयपास सर्जरी की शुरुआत हो चुकी है।

रायपुर। सरकारी स्तर पर रायपुर मेडिकल कॉलेज से जुड़े सबसे बड़े एडवांस कार्डियक सेंटर में ओपन हार्ट सर्जरी के साथ बॉयपास सर्जरी की शुरुआत हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्री का कहना है, धीरे धीरे यहां अत्याधुनिक सुविधाएं जुटाई जा रही हैं। पीड़ितों की संख्या यहां लगातार बढ़ रही है। खबर है, हालात को देखते हुए यहां कार्डिएक सेंटर के लिए सात मंजिला बिल्डिंग का प्रस्ताव शासन में विचाराधीन है। इसके अलावा बिलासपुर और जगदलपुर मेडिकल कॉलेज तक इसके विस्तार की योजना पर अमल किया जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के मुताबिक शासन स्तर पर राज्य में हार्ट की बीमारियों सहित तमाम उपचार के लिए विश्वस्तरीय सुविधा दिलाने विस्तृत योजना बनाकर काम किया जा रहा है।

निजी सेक्टर में हार्ट की बीमारियों के इलाज के लिए की विकल्प उपलब्ध है, मगर शासकीय स्तर पर एकमात्र एडवांस कार्डियक इंस्टिट्यूट है। यहां के कार्डियोलॉजी एवं कार्डियो थोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग में डॉक्टरों की टीम सीमित संसाधनों के साथ मरीजों को बेहतर उपचार सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिश में लगे हुए हैं। कई बार आवश्यक सामानों की कमी की वजह से मरीजों को निराश भी होना पड़ता है। एसीआई में मरीजों की जरूरतों के हिसाब से सुविधाओं के विस्तार की काफी आवश्यकता है। वहीं दिल के इलाज के लिए मरीजों की राजधानी में भी निर्भरता खत्म करने की आवश्यकता भी महसूस की जा रही है। डॉक्टरों का कहना है कि आपात स्थिति में दूरवर्ती इलाकों से मरीजों के रायपुर पहुँचने में देर हो जाती है। इसे ध्यान में रखते हुए बिलासपुर और जगदलपुर मेडिकल कालेज में सुपरस्पेशलिटी सेवाओं के विस्तार की योजना को शीघ्र पूरा करने की जरुरत है

एसीआई के डाक्टरों ने दिलाई बड़ी पहचान

  1. पिछले 16 साल में 15 हजार से ज्यादा कार्डियक प्रोसीजर।
  2. टाकायासू ओआर्टाआर्टराइटिस का लेजर उपचार विश्व में पहली बार।
  3. लेफ्ट वेंट्रिकूलर असिस्ट डिवाइस, इंपेला देश में पहला प्रोसीजर।
  4. वाल्व इन वाल्स क्रासकैथेटर ओआर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट राज्य में पहली बार।
  5. लाइव केस ट्रांसमीशन प्रदेश में पहली बार।
  6. पिछले सात साल में 1300 से ज्यादा जटिल ऑपरेशन।
  7. 250 के करीब ओपन हार्ट, 638 खून की नसों एवं 465 छाती एवं फेफड़ों की सर्जरी।
  8. प्रदेश एवं मध्य भारत का सर्वप्रथम सूचरलेस (टांका रहित) एओर्टिक वाल्व प्रत्यारोपण ।
  9. चूने के पत्थर की तरह कठोर) हृदय में माइट्रल वाल्व एवं ट्राइकस्पिड वाल्व के प्रत्यारोपण के साथ-साथ बायपास सर्जरी। इसके साथ आधा दर्जन बाइपास भी।
  10. हार्ट के अंदर स्थित यूस्टेचियन वाल्व के ट्यूमर की सफल सर्जरी। विश्व में बहुत ही गिने चुने ऐसे ऑपरेशन हए हैं।

बिलासपुर में ओपीडी जगदलपुर में इंतजार
सूत्रों के अनुसार सुपरस्पेशलिटी सुविधा के तहत बिलासपुर के शासकीय मेडिकल कालेज में अभी हृदय रोगियों की जांच ओपीडी के माध्यम से की जा रही है। वहां कैथलैब बनाने की प्रक्रिया लंबित है जिसके पूरा होने के बाद यहां अन्य तरह प्रोसीजर शुरू हो पाएंगे। जगदलपुर मेडिकल कालेज में हृदय रोग के इलाज की शुरुआत होने का इंतजार किया जा रहा है। वेतन की समस्या दूर कर यहां विशेषज्ञ की कमी दूर किए जाने का दावा किया जा रहा है कि दोनों मेडिकल कालेजों में सुविधाएं शीघ्र प्रारंभ की जाएगी।

छोटा पड़ रहा एसीआई
एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट में संचालित दोनों विभागों में प्रतिदिन दो से तीन सौ की ओपीडी होती है। वहीं आईपीडी की संख्या भी पर्याप्त होती है। जरूरत के हिसाब से एस्कार्ट की पुरानी बिल्डिंग में संचालित एसीआई छोटा पड़ रहा है। कुछ साल पहले यहां सात मंजिला भवन का प्रस्ताव बनाया गया था जिसमें मरीजों की जरूरतों के हिसाब से सुविधा जुटाने की योजना थी, जिस पर शासन स्तर पर निर्णय बाकी है। यहां स्वीकृत पदों की भर्ती के साथ अतिरिक्त मानव संसाधन, ऑपरेशन थियेटर और मरीजों के लिए बेड बढ़ाने की काफी जरूरत हैं।

विश्वस्तरीय सुविधा जुटाई जायगी
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने बताया कि, प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधा को बेहतर बनाने के लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। एसीआई में अतिदुर्लभ तरीके की सर्जरी के माध्यम से मरीजों को नया जीवन दिया जा रहा है। ओपन हार्ट, बाईपास सहित तमाम तरह का हार्ट प्रोसीजर पूरे किए जा रहे हैं। आने वाले दिनों में यहां विश्वस्तरीय उपचार सुविधा प्रदान किये जाने का प्रयास किया जायेगा। बिलासपुर और जगदलपुर मेडिकल कालेज में भी सुपरस्पेशलिटी सेवाएं प्रदान की जायेगी।

शासन को भेजा गया प्रस्ताव
कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष के डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने बताया कि, एसीआई के लिए सात मंजिल का भवन बनाने प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा गया है। इसके विस्तार से हृदय रोगियों के इलाज की सुविधाओं का विस्तार होगा।

विश्व स्तरीय सुविधा मिलेगी
सीटीवीएस विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत साहू ने बताया कि, एसीआई के विस्तार से हृदय रोगियों को इलाज को विश्व स्तरीय सुविधा मिलेगी। मानव संसाधन सहित अन्य सुविधा बढ़ाने से यहां इलाज का स्तर और बेहतर होगा।


WhatsApp Button व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ें WhatsApp Logo

Tags

Next Story