हरियाली महोत्सव: वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण का दिया संदेश

ग्रामीणों से बातचीत करते अधिकारी
महेंद्र विश्वकर्मा- जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में हरियाली महोत्सव पर तीरथगढ़ में ग्रामीण सहभागिता से बैठक हुई। जहां ग्रामीणों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति नवचेतना जगाई और संदेश दिया। वन और वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक नई मिसाल की गई। ग्रामीणों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति नवचेतना जगाई और यह संदेश दिया कि हरियाली ही जीवन है। वन विभाग और ग्रामवासियों के संयुक्त प्रयास से तीरथगढ़ क्षेत्र में वन एवं वन्यजीव संरक्षण की दिशा में एक नई मिसाल कायम की गई है। उक्त बातें मुख्य वन संरक्षक एवं निदेशक ने मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी) सुश्री स्टाइलो मंडावी, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक संदीप बलगा ने हरियाली महोत्सव पर तीरथगढ़ में ग्रामीण सहभागिता से वन संरक्षण की नई पहल तीरथगढ़, हरियाली महोत्सव के उपलक्ष्य में गुरूवार को ग्राम तीरथगढ़ के ग्राम पंचायत भवन में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में कही।

इसमें पर्यावरण संरक्षण और वन्यजीवों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीणों के साथ संवाद स्थापित किया गया और वन संरक्षण के प्रति जागरूकता का संदेश दिया गया। कार्यक्रम के दौरान मुख्य वन संरक्षक एवं निदेशक ने उपस्थित जनसमूह को वन्य जीवों की सुरक्षा में सक्रिय भागीदारी निभाने की अपील की। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की सहभागिता के बिना वन संरक्षण संभव नहीं है और उनके सहयोग से ही जंगलों की जैव विविधता को सुरक्षित रखा जा सकता है। बैठक में संकल्प लिया गया कि ग्रामवासी वन क्षेत्र की निगरानी में सहयोग देंगे और वन्य जीवों के शिकार एवं अवैध गतिविधियों की जानकारी वन विभाग को देंगे। इसके अतिरिक्त स्थानीय स्तर पर पौधारोपण, जल स्रोतों की सुरक्षा और पारिस्थितिकी तंत्र के संरक्षण हेतु विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई गई।
ये अधिकारी और लोग रहे बैठक में शामिल
बैठक में मुख्य वन संरक्षक (वन्य प्राणी), कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के निदेशक सहित सहायक वन संरक्षक कमल तिवारी, परिक्षेत्र अधिकारी विंसेंट जैकब, रेंज सहायक पितवास भारती, बीट गार्ड वीरेंद्र भारद्वाज, ग्राम सरपंच, पंच और बड़ी संख्या में ग्रामवासी शामिल रहे।
