शिक्षकों की कमी से परेशान बच्चे: मांग लेकर डीईओ कार्यालय पहुंचे, तो अफसर ने धमकाया

शिक्षकों की मांग को लेकर धरने पर बैठे छात्र- छात्राएं
कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के टूनद्रा नगर पंचायत स्थित शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला में पढ़ने वाले बच्चे इन दिनों पढ़ाई छोड़कर शिक्षकों की मांग के लिए सरकारी दफ्तरों के चक्कर काटने को मजबूर हैं। बच्चों का कहना है कि, स्कूल में शिक्षकों की संख्या बेहद कम है, जिससे उनकी पढ़ाई बुरी तरह प्रभावित हो रही है। खासकर जीव विज्ञान विषय के शिक्षक न होने से नवमीं से बारहवीं कक्षा तक के सैकड़ों विद्यार्थियों का भविष्य अधर में लटक गया है।
बलौदाबाजार जिले में स्कूल में शिक्षकों की कमी से बच्चे परेशान हो गए हैं, इसी बीच वे अपनी मांग लेकर डीईओ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान बच्चों ने जिला शिक्षा अधिकारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। @BalodaBazarDist #Chhattisgarh @vishnudsai @ChhattisgarhCMO @SchoolEduCgGov pic.twitter.com/a5GNa00EHu
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) July 9, 2025
परेशान बच्चों ने एक सप्ताह पहले कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की थी। इसके बावजूद जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो बच्चे दोबारा जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) हिमांशु भारतीय से मिलने कार्यालय पहुंचे। जहां बच्चों का आरोप है कि डीईओ ने न सिर्फ उनकी शिकायत को नजरअंदाज किया बल्कि उनसे अभद्र व्यवहार करते हुए कहा कि जो करना है कर लो, तुम्हारी मांगें नहीं मानी जाएंगी।
बलौदाबाजार जिले में स्कूल में शिक्षकों की कमी से बच्चे परेशान हो गए हैं, इसी बीच वे अपनी मांग लेकर डीईओ कार्यालय पहुंचे। इस दौरान बच्चों ने जिला शिक्षा अधिकारी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। @BalodaBazarDist #Chhattisgarh @vishnudsai @ChhattisgarhCMO @SchoolEduCgGov https://t.co/zvlo4ulSd1 pic.twitter.com/PEsxOEoIPF
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डीईओ पर धमकाने के लगे आरोप
मीडिया के सामने बच्चों ने बताया कि, जब वे डीईओ से उम्मीद लेकर मिले थे तो उन्हें इस तरह धमकाया गया। इस रवैये से बच्चों और उनके अभिभावकों में भारी आक्रोश है। बच्चों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही शिक्षकों की व्यवस्था नहीं की गई तो वे स्कूल में तालाबंदी कर धरना देंगे। हालांकि इस पूरे मामले पर डीईओ हिमांशु का कहना है कि उन्होंने बच्चों को सिर्फ समझाया था और किसी तरह का दुर्व्यवहार नहीं किया गया। डीईओ का दावा है कि जल्द ही शिक्षकों की नियुक्ति की जाएगी, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो।
