शिल्प नगरी पहुंचे सीएम साय: कई कलाकृतियों का किया अवलोकन, शिल्पकारों से की चर्चा

शिल्प नगरी में कलाकृतियों का अवलोकन करते हुए सीएम साय
कुलजोत सिंह संधू-फरसगांव। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय कोंडागांव जिले के प्रवास के दौरान शिल्प नगरी पहुंचे। वहां पर वे जिले में निर्मित बेल मेटल, आयरन, आर्ट टेरा कोटा, बांस से बनी कलाकृतियों का अवलोकन किया। उन्होंने शिल्प नगरी में शिल्पकारों से चर्चा की।
इस दौरान उन्होंने कहा कि, कोंडागांव के शिल्पकारों का नाम बहुत सुना था। आज शिल्पकारों से मुलाकात हुई है। उनके कार्यों को देखने का भी अवसर मिला है। हम आने वाले समय में यह सोचेंगे कि उनके लिए क्या कर सकते हैं।
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— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) May 31, 2025
नक्सलवाद की लड़ाई में मिल रही सफलता
वहीं नक्सलवाद को लेकर सीएम साय बोले कि, हमारी सरकार में जवान नक्सलवाद से बहादुरी से लड़ रहे हैं। लगातार ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें हमें सफलता भी मिल रही है। प्रधानमंत्री और गृहमंत्री ने ठान लिया है कि, 31 मार्च 26 तक देश से नक्सलवाद समाप्त होगा। इसके बाद बस्तर में विकास होगा। अबूझमाड़ 5 हजार वर्ग किलामीटर क्षेत्र में फैला है।
बस्तर में पयर्टन को मिल रहा बढ़ावा
बस्तर में अनेक जलप्रताप हैं, बंबू राफ्टिंग के लिए धूडवा रास भी पर्यटन की दृष्टि से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में पहले 13 जिले नक्सल प्रभावित से वर्तमान में भारत सरकार के द्वारा जिलों का वर्गीकरण किया गया है, जिसमें अति नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बीजापुर, कांकेर, नारायणपुर और सुकमा हैं। वहीं कम नक्सल प्रभावित में दंतेवाड़ा, गरियाबंद, मानपुर मौला अंबागढ़ चौकी है। ये सभी जगहें पहले नक्सली जिले में गिने जाते थे जो अब नक्सल मुक्त हो गए हैं। इसमें बस्तर, धमतरी, गरियाबंद ,खैरागढ़ छुई खदान गंडई, कोंडागांव और राजनांदगांव शामिल हैं। अति नक्सल प्रभावित में 4 जिले ही शेष रहे गए हैं। अब बस्तर ही नहीं सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में तेजी से विकास होने वाला है। इसके बाद कॉलेज हेलीपैड ग्राउंड कोंडागांव से मुख्यमंत्री विष्णु देव साय धमतरी सुशासन तिहार के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए रवाना हुए।
