फर्जी डिप्टी कलेक्टर बनकर कलेक्ट्रेट पहुंचा युवक: पुलिस ने तीन लोगों को किया गिरफ्तार, सुरक्षा पर उठे सवाल

Fake Deputy Collector
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हिरासत में तीनों युवक 

पुलिस ने कवर्धा कलेक्ट्रेट में फर्जी डिप्टी कलेक्टर बनकर पहुंचे युवक समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है। घटना के सामने आने के बाद से प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है।

संजय यादव- कवर्धा। छत्तीसगढ़ के कवर्धा कलेक्ट्रेट में फर्जी डिप्टी कलेक्टर पकड़ा गया। दुर्ग निवासी शम्मी सिंह ठाकुर फर्जी अधिकारी बनकर ड्राइवर और स्टेनो के साथ पहुंचा था। इस दौरान कर्मचारियों को शक होने पर उन्होंने मामले की सूचना पुलिस को दी। जिसके बाद पुलिस ने मामले में जांच शुरू की, जांच के बाद पुलिस ने आरोपी समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया है।

पकड़े गए युवक के पास से फर्जी आईडी कार्ड बरामद हुआ है। वहीं पुलिस मामले को लेकर आरोपियों ने पूछताछ कर रही है। मामले के सामने आने के बाद से ही प्रशासनिक हलकों में हड़कंप मच गया है। जिसके बाद से सुरक्षा पर भी सवाल उठ रहे हैं। पूरे मामले को लेकर पुलिस ने जल्द ही खुलासा करने की बात कही है।

दुर्ग बीईओ सस्पेंड
वहीं युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया में गड़बड़ी किए जाने के कारण दुर्ग के विकासखंड शिक्षा अधिकारी गोविंद साव को निलंबित कर दिया गया है। उन पर अपनी पत्नी को अतिशेष प्रक्रिया से मुक्त रखने कूटनीति करने का आरोप लगाया गया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, दुर्ग बीईओ गोविंद साव का पत्नी कुमुदनी साव शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सेक्टर-9 भिलाई में कार्यरत है। युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया के अंतर्गत ऐसे शिक्षक जो स्कूलों में अतिरिक्त हैं, उन्हें वहां से हटाकर दूसरे विद्यालयों में भेजा जाना है।

Fake Deputy Collector- Collectorate - Police - Three - Arrested - Kawardhaवहीं बीते दिनों सूरजपुर जिले से फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज से नौकरी करने का मामला सामने आया था। जिसके बाद अब जिला स्वास्थ्य विभाग के प्रभारी जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ प्रिंस जायसवाल पर कार्यवाही हुई थी। जायसवाल की संविदा सेवा समाप्त कर दी गई। आयुक्त सह मिशन संचालक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन रायपुर ने आदेश जारी किया था।

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