कम्पनी पर कानूनी कार्रवाई की मांग: अमानक पोटाश खाद को लेकर किसान ने घेरा एथेनॉल प्लांट, की तालाबंदी

कम्पनी पर कानूनी कार्रवाई की मांग  : अमानक पोटाश खाद को लेकर किसान ने घेरा एथेनॉल प्लांट, की तालाबंदी
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अमानक पोटाश खाद को लेकर किसान ने घेरा एथेनॉल प्लांट

जिले के एथेनॉल प्लांट की सहायक कम्पनी के फार्म टेक्नालॉजी प्राइवेट लिमिटेड में अमानक पोटाश खाद निर्मित किए जाने के मामाले में किसानों ने मोर्चा खोल दिया है।

कवर्धा। जिले में संचालित एथेनॉल प्लांट की सहायक कम्पनी के फार्म टेक्नालॉजी प्राइवेट लिमिटेड में अमानक पोटाश खाद निर्मित किए जाने का मामला उजागर होने के बाद भारतीय किसान संघ और जिले के किसानों ने कम्पनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत मंगलवार को भारतीय किसान संघ के बैनर तले बड़ी संख्या में जिले के किसानों ने इथेनॉल प्लांट में धावा बोलते हुए प्लांट में तालाबंदी करने और कम्पनी को प्रतिबंधित करने की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया। अपनी मांग से संबंधित एक ज्ञापन प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम बोड़ला तहसीलदार को सौंपा।

प्राप्त जानकारी के अनुसार के अनुसार, मंगलवार को बड़ी संख्या में भारतीय किसान संघ के पदाधिकारी, कार्यकर्ता तथा किसान हाथों में झंडा, बैनर, पोस्टर लेकर सीधे ईथेनॉल प्लांट पहुंच गए। उन्होंने कम्पनी प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। कम्पनी को प्रतिबंधित किए जाने की मांग की है। इस अवसर पर भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष चन्द्रवंशी ने कहा कि, इथेनॉल बनाने वाली कंपनी की सहायक कंपनी केफार्म टेक्नालॉजी प्राईवेट लिमिटेड द्वारा उपज नाम से बनाए गए पोटाश खाद में पोटाश की मात्रा 14.5 प्रतिशत दर्शाई गई है। लेकिन जब इस खाद के नमूने की जांच छत्तीसगढ़ सरकार के फर्टिलाइजर क्वालिटी कंट्रोल लेबोरेटरी से कराया गया तो इसमे पोटाश की मात्रा पहले नमूने में 1 प्रतिशत एवं दूसरे नमूने में 3.5 प्रतिशत पाई गई। जिसके बाद लैब द्वारा उसे अमानक घोषित किया गया है। ऐसी स्थिति में संघ द्वारा किसानों के साथ धोखा करने वाली कम्पनी को प्रतिबंधित किए जाने की मांग की जाती है।

किसानों को आर्थिक सहित फसलों को भी नुकसान
भारतीय किसान संघ और किसानों ने कम्पनी पर आरोप लगाया है कि उसके द्वारा निर्मित अमानक पोटाश का विक्रय जिले के हजारों किसानों को किया गया है। जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान तो हुआ ही है। साथ ही इस अमानक पोटाश खाद के उपयोग से उनकी फसलों को नुकसान हुआ है। जिसे देखते हुए संघ व किसानों ने शासन से मांग की है। किसानों के साथ इस तरह का फर्जीवाड़ा करने वाली कंपनी को तुरंत बंद कर उसके विरूध्द कानूनी कार्रवाई की जाए। कंपनी से किसानों को मुआवाजा दिलाया जाए। जिन किसानों को यह नकली फर्जी खाद बेचा गया है, उन्हें उनका पैसा वापस लौटाया जाए।

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