प्रसव से पहले मां- बच्चे की मौत: परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाये गंभीर आरोप, बोले- इंजेक्शन लगाने के बाद बिगड़ी तबीयत

परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लगाये गंभीर आरोप
कुश अग्रवाल- बलौदा बाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले से सही समय पर सही इलाज न मिलने का मामला सामने आया है। यहां पर एक महिला की प्रसव से पहले ही दर्दनाक मौत हो गई और कोख में पल रहा नन्हा जीवन भी बुझ गया। परिजनों ने जिला अस्पताल प्रबंधन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि, सही समय पर उपचार और उचित व्यवस्था मिल जाती, तो शायद उसकी जान बच सकती थी।
मिली जानकारी के अनुसार, बलौदा बाजार जिले के लवन निवासी संतोषी साहू को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन लवन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे। वहां डॉक्टर अनुपस्थित थे और नर्स ने ही प्राथमिक उपचार किया। कुछ घंटे बाद उसे जिला अस्पताल बलौदाबाजार रेफ़र कर दिया गया। शाम करीब 7 बजे जिला अस्पताल पहुंचने पर संतोषी की तबीयत और बिगड़ गई।
बलौदाबाजार। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते प्रसव से पहले गर्भवती महिला और उसके बच्चे की मौत हो गई। परिजनों ने सही समय पर इलाज नहीं मिलने का आरोप लगाया है। @BalodaBazarDist #Chhattisgarh #NEWS pic.twitter.com/uMXPAfLBV8
— Haribhoomi (@Haribhoomi95271) August 11, 2025
अस्पताल से अस्पताल भटकते रहे परिजन
परिजनों का कहना है कि, सांस लेने में तकलीफ़ के चलते उन्होंने ड्यूटी पर मौजूद नर्स से तुरंत देखने को कहा। नर्स ने दो इंजेक्शन लगाए, जिसके तुरंत बाद ही संतोषी की हालत और खराब हो गई।परिजनों के अनुसार, जिला अस्पताल प्रबंधन ने मरीज को किसी बड़े अस्पताल ले जाने की सलाह दी। पहले उसे बलौदाबाजार के एक निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां जांच के बाद भी डॉक्टरों ने हाथ खड़े कर दिए। इसके बाद रायपुर ले जाते समय रास्ते में पलारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जांच कराई गई, जहां डॉक्टरों ने जच्चा और गर्भस्थ शिशु दोनों को मृत घोषित कर दिया।
आक्रोश और सवाल
परिजनों का कहना है कि, जिला अस्पताल जैसे बड़े संस्थान में ऐसी गंभीर लापरवाही चौंकाने वाली है। उन्होंने आरोप लगाया कि, इंजेक्शन लगाने के बाद ही प्रसूता की हालत अचानक बिगड़ी और सही समय पर उचित इलाज नहीं मिला। अब वे मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई और न्याय की मांग कर रहे हैं।
