शूटकेश में लाश: लालची पति-पत्नी ने माह भर पहले बनाया था प्लान, पैर दबाकर बैठी रही महिला, पति ने घोटा गला

रायपुर। करोड़पति किशोर पैकरा की निर्ममता पूर्वक गला घोंटकर तथा गला रेतकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने बुधवार को रहस्य से पर्दा उठा दिया। हत्या की वजह मृतक की करोड़ों की संपत्ति पाने का लालच तथा उसके साथ पूर्व में 30 लाख रुपए के लेन-देन का विवाद है। अंकित उपाध्याय ने अपनी पत्नी के साथ मिलकर हत्या की योजना बनाई थी। इसके लिए उसने अपने नाम का फर्जी आधार कार्ड तैयार कराया। साथ ही लाश ठिकाने लगाने के लिए एक माह पूर्व धमतरी से एक सेकेंड हैंड कार खरीदी। एसएसपी डॉ. लाल उम्मेद सिंह ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि, किशोर की हत्या के आरोप में अंकित, उसकी पत्नी शिवानी शर्मा के साथ पेशे से मजदूर विनय यदु तथा सूर्यकांत यदु को गिरफ्तार किया गया है।
एसएसपी के अनुसार, अंकित वकील होने के साथ जमीन, मकान खरीदी-बिक्री करने का कार्य करता है। वर्ष 2015-16 में खरोरा निवासी चंद्रप्रकाश कुर्रे को किशोर ने अपना बजरंगनगर स्थित मकान 50 लाख रुपए में बेचा था। मकान बेचने के बाद किशोर ने चंद्रप्रकाश को कब्जा देने के बजाय उसके खिलाफ कोर्ट में आवेदन दे दिया था। इस दौरान अंकित, किशोर के संपर्क में आया और अपना परिचय वकील के रूप में दिया। साथ ही किशोर को भरोसा दिलाया कि वह हाईकोर्ट में केस दायर कर मकान वापस उसे दिला देगा। इसके एवज में अंकित, किशोर को झांसा देकर रुपए लेता रहा।
दूसरे को मकान बेचकर पैसा अपने पास रख लिया
पूर्व में चंद्रप्रकाश को बेचे गए मकान को अंकित ने किसी दूसरे को 30 लाख रुपए में बेच दिया। मकान बिक्री की रकम किशोर को देने के बाद अंकित ने उसे शेयर बाजार में रकम निवेश करने पर दोगुना मिलने का झांसा देकर फिर अपने पास रख लिया। लंबे समय तक रुपए नहीं लौटाए जाने पर किशोर, अंकित से रुपए वापस मांगने लगा। इस पर अंकित ने किशोर को उसके खाने-पीने का खर्च के साथ देखभाल करने का झांसा दिया और रुपए लौटाने से बचता रहा। अंकित ने पूछताछ में बताया है कि लगभग एक साल से बेड में पड़े किशोर को वह नियमित भोजन देने जाता था। किशोर आए दिन लजीज खाने की मांग करता तथा पैसों के लिए ताना मारता था। इससे परेशान होकर अंकित ने सारी बातें अपनी पत्नी को बताई। इस पर उसने किशोर को रास्ते से हटाने पत्नी के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
फ्लैट किराया लेने के दो दिन बाद हत्या
किशोर की हत्या अंकित उसके हांडीपारा स्थित मकान में करना चाहता था। घनी आबादी वाला क्षेत्र होने की वजह से लाश ठिकाने लगाने के समय पकड़े जाने की आशंका थी। इसीलिए अंकित ने इंद्रप्रस्थ में किराए का फलैट लिया और शनिवार को किशोर को वहां लेकर आया। उसी दिन पत्नी के साथ मिलकर सोते समय किशोर की गला घोंटकर हत्या कर दी। गला घोंटने के समय शिवानी किशोर के पैर के ऊपर बैठी थी। इसके बाद अंकित ने चाकू से किशोर का गला भी रेता। हत्या करने के बाद दोनों पति-पत्नी ने मिलकर किशोर को ट्राली बैग के अंदर डाला और ऊपर से स्प्रे डालकर सत्यम विहार स्थित अपने घर आ गए।
पत्नी को दिल्ली शिफ्ट करने की थी योजना
हत्या कर लाश ठिकाने लगाने के बाद अंकित अपनी पत्नी को पुलिस से बचाने उसी दिन सोमवार को रात पौने नौ बजे की फ्लाइट से दिल्ली पहुंचा। शिवानी ने अपने भाई को पढ़ाई के लिए दिल्ली जाने का झांसा देकर एयरपोर्ट तक छोड़ने में मदद मांगी। अंकित ने अपनी पत्नी को मामला शांत होने तक दिल्ली में रखने की प्लानिंग की थी।
पैसों का लालच देकर लाश उठाने मदद ली
हत्या करने के बाद शाम के समय अंकित तथा उसकी पत्नी लाश को ठिकाने लगाने वापस किराए के फ्लैट पहुंचे। दोनों मिलकर ट्राली बैग नहीं उठा पाए। इसके बाद अंकित ने अपने परिचित के दो मजदूरों को पैसों का लालच देकर लाश ठिकाने लगाने राजी किया। रविवार को लाश से तेज बदबू आने आने लगी। बदबू से बचने एक हार्डवेयर की दुकान से 30 किलो सीमेंट लाकर लाश पर डाला और ट्रंक खरीदने गोलबाजार पहुंचे।
भांजे ने पहचानने से किया इनकार
मृतक किशोर की एक बहन दुर्ग में रहती है। पोस्टमार्टम होने के बाद शव का अंतिम संस्कार करने पुलिस ने किशोर की बहन से संपर्क किया, तो मृतक के भांजे ने अपने मामा से किसी भी प्रकार से रिश्ता होने से इनकार करते हुए शव लेने से इनकार कर दिया। शव लेने से इनकार करने की वजह पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है।
दूसरी पत्नी को दूर रखा
पुलिस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक किशोर पूर्व से विवाहित है। पति से विवाद होने पर पहली पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ पति को छोड़कर किसी अन्य के साथ शादी कर ली थी, जिनकी अब मृत्यु हो चुकी है। सात-आठ साल पूर्व किशोर ने किसी अन्य महिला के साथ शादी की थी। संपत्ति हड़पने के लालच में अंकित ने किशोर को उसकी पत्नी से दूर रखने दोनों के बीच विवाद करा दिया था।
