एक फैसला और बदला जीवन: सुशासन तिहार में टिकेश्वर को मिली नौकरी की सौगात

सुशासन तिहार में टिकेश्वर को मिली नौकरी की सौगात
कुश अग्रवाल- बलौदाबाजार। छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले के बालदाकछार गांव में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का अचानक पहुंचना न केवल गांववालों के लिए चौंकाने वाला था, बल्कि टिकेश्वर जैसे युवा के लिए एक जीवन बदल देने वाला क्षण बन गया। विशेष पिछड़ी जनजाति से आने वाले टिकेश्वर ने जब नौकरी की इच्छा जताई, तो मुख्यमंत्री ने तत्काल कार्रवाई की।
राज्य सरकार वास्तव में जमीनी स्तर पर युवाओं की आवाज़ सुन रही है। टिकेश्वर की नियुक्ति चतुर्थ श्रेणी के पद पर सिर्फ़ एक सरकारी नौकरी नहीं है, बल्कि यह उनके परिवार के आर्थिक संघर्ष को एक दिशा देने वाला कदम है। बांस से बनी वस्तुएं बेचकर जीवन यापन करने वाले इस परिवार के लिए यह अवसर किसी वरदान से कम नहीं।
इच्छाशक्ति जीवन हो बदल सकता है
यह घटना सुशासन की एक सशक्त मिसाल है,जहाँ नेतृत्व संवेदनशील निर्णय तत्काल होते हैं। बदलाव ज़मीनी स्तर पर नज़र आते हैं। टिकेश्वर की यह कहानी न केवल प्रेरक है, बल्कि यह इस बात की गवाही भी देती है कि, इच्छाशक्ति, संवेदनशील प्रशासन और राजनीतिक संकल्प मिलकर जीवन को बदल सकते हैं।
